व्यापार में उन्नति के उपाय ऑफिस में पदोन्नति और प्रतिष्ठा तथा व्यापार में उन्नति के लिए हम कई तरह की भारतीय शास्त्र सम्मत पूजा-अर्चना करते हैं । चाहे तो फेंगशुई के कुछ आसान उपाय भी अपनाए जा सकते हैं । जिससे व्यापार एवं ऑफिस के कर्मचारियों दोनों की उन्नति होगी अगर आप किसी कंपनी के मालिक हैं या उच्च पद पर आसीन हैं, तो कंपनी की सफलता या विफलता के लिए आप पूरी तरह से जिम्मेदार होते हैं । आप को एक साथ कई लोगों को निर्देश देना होता है,…
Read MoreMonth: May 2020
वास्तु शास्त्र के अनुसार भोजन व मंजन करने सम्बन्धी कुछ आवश्यक नियम
सुबह उठने के बाद पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके मंजन करने से आपके जीवन में सुकून आता है और सेहत ठीक रहती है वास्तु शास्त्र हर आदमी को उसकी जिंदगी से जोड़ने की एक विधि है, जिसमें कई ऐसे उपाय य सावधानियों का जिक्र किया गया है, जिनसे उन्हें रोजमर्रा की मुश्किलों से लड़ने का बल मिलता है । सुबह उठने के बाद ब्रश करना एक आदत है । दातुन का मतलब दांत साफ करना होता है । पर क्या आपने कभी इस तरफ भी ध्यान दिया…
Read Moreमंत्र देवता की प्रार्थना या स्तुति का ही एक रूप है (मंत्रो की महिमा)
एक मन्त्र को स्वयं दिव्य शक्ति समन्वित समझना चाहिए । वास्तव में मन्त्र तथा उसका देवता अभिन्न है । नाम और नामी एक ही हैं । मंत्र ही देवता है । मंत्र दिव्य शक्ति का प्रतीक है । श्रद्धा, विश्वास तथा भक्ति के साथ मन्त्र का निरन्तर जप करने से साधक की शक्ति का विकास होता है और मंत्र में मन्त्र-चैतन्य का जागरण होता है और साधक को मन्त्र-सिद्धि प्राप्त हो जाती है, तथा साधक एक प्रकार के प्रकाश, स्वतन्त्रता, शांति तथा अनंत आनंद और अमरत्वा का अनुभव करने लगता…
Read Moreघड़ी केवल समय नहीं बताती, बल्कि व्यक्ति का स्वभाव भी बताती है
क्योंकि हर घड़ी कुछ कहती है घड़ी केवल समय नहीं बताती, बल्कि व्यक्ति का स्वभाव भी बताती है । महंगी हो या सस्ती हर घड़ी अलग-अलग विचारों का प्रदर्शन करती है जिस तरह हमारे परिधान हमारे व्यक्तित्व का परिचय देते हैं, ठीक उसी तरह हमारी घड़ियां भी हमारे स्वभाव को बताती हैं । यानी घड़ी की कीमत से लेकर डिजाइन और उसमें लिखे गए अक्षर भी हमारे व्यक्तित्व का परिचय देते हैं । यह तो सभी जानते हैं कि घड़ी एक स्टाइल स्टेटमेंट नहीं है, बल्कि इससे व्यक्ति की संपन्नता…
Read Moreधन प्राप्ति उपाय: लक्ष्मी प्राप्ति के लिए प्रसन्न रखें गृह लक्ष्मी को
घर में लक्ष्मी आने के उपाय- हिंदू शास्त्रों में नारी को सर्वोत्तम स्थान दिया गया है । वेद और पुराणों में भी नारी को सौभाग्यशाली बताया गया है । किसी घर में यदि नारी का सम्मान होता है, तो लक्ष्मी का वहां वास होता है, अन्यथा लक्ष्मी रुष्ट हो जाती है । कहा जाता है कि हर सफल व्यक्ति की उन्नति में किसी न किसी नारी की भूमिका होती है । ज्योतिष शास्त्र में भी ऐसा ही कुछ कहा गया है । यहां नारी का प्रतिनिधित्व शुक्र ग्रह करता है…
Read Moreस्मरण शक्ति बढ़ाए शंखपुष्पी । Benefits of shankhpushpi in hindi
शंखपुष्पी एक औषधीय पौधा है, जिसका इस्तेमाल शारीरिक और स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए किया जाता है । यह औषधि मस्तिष्क को तर और शांत रखती है । शंखपुष्पी के कुछ और गुण शंखपुष्पी का इस्तेमाल आयुर्वेद में जड़ी-बूटी के रूप में खूब होता है । इस पौधे पर छोटे-छोटे फल लगते हैं, जिसमें काले और भूरे बीज होते हैं । आयुर्वेद में इसे पित्तनाशक, पाचक और स्मृतिवर्धक माना गया है । इसके अलावा इसे उदर रोग, उच्च रक्तचाप, हिस्टीरिया, उन्माद सूखा रोग, मूत्र विकार एवं सिरदर्द आदि…
Read Moreजानिए भगवान हनुमान जी की पूजा का महत्व
कपि संकट मोचन नाम तिहारो भगवान हनुमान की पूजा करने से भक्त को सूर्य का तेज, श्री राम का व्यक्तित्व और शनिदेव जैसा जुझारूपन मिलता है । साथ ही भक्त का आत्मबल भी बढ़ता है आदि काल से ही पूजा पाठ में हनुमान जी का विशेष महत्व है, क्योंकि हनुमान जी ही कलयुग के प्रत्यक्ष देवता और संकट मोचन हैं । सारे देवताओं में इनकी महिमा इसलिए अधिक है, क्योंकि यह सदैव अपने भक्तों के समीप रहकर उनकी प्रार्थना को सहर्ष स्वीकार करते हैं । हनुमान उत्तम सेवक, कुशल नीतिज्ञ…
Read Moreएकांत में मिले आत्मसाक्षात्कार
ध्यान करना सेहत के लिए काफी लाभदायक माना गया है । जो व्यक्ति ध्यान करते हैं, उन्हें चमत्कारी अनुभव भी होते हैं । अक्सर साधक परमानंद, दिव्य दृष्टि, स्वर्गीय उड़ान जैसी अनुभवों को प्राप्त करते हैं । कई बार मोक्ष की सिद्धि में लगे बुद्धिमार्गीय साधकों को भी प्रकाश ध्वनि से जुड़े कई चमत्कारी भ्रम घेर लेते हैं । फलतः कुछ साधक तो ध्यानमार्ग छोड़कर इन अनुभवों की खोज करते भटक जाते हैं । जगत के सृजनात्मक-अनुसंधान में लगा कोई भी व्यक्ति इन चमत्कारों से आकर्षित नहीं होता । आत्म…
Read Moreजानिए भगवान विश्वकर्मा को निर्माण एवं संरचना का स्वामी क्यों माना जाता है
भगवान विश्वकर्मा को निर्माण एवं संरचना का स्वामी माना जाता है, उन्हें देव शिल्पी भी कहा जाता है । जीवन को सुखी बनाने वाले निर्माण सिद्धांतों का वास्तु शास्त्र उन्हीं की देन है सारा संसार चलाते हैं विश्वकर्मा देव लोक के शिल्पी विश्वकर्मा जी का प्रादुर्भाव प्राचीन काल से माना जा रहा है । जब नारायण की नाभि से ब्रह्माजी हुए और उन्हों ने सृष्टि की रचना की । तभी ब्रह्मा जी के पुत्र धर्म हुए और धर्म के सातवे पुत्र के पुत्र स्वयं विश्वकर्मा जी हुए । पुराणों में…
Read Moreशनि की साढ़ेसाती कष्टदायी, फिर फलदायी
शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव अगर कुंडली में शनि की साढ़ेसाती चल रही हो, तो यह आपकी परीक्षा का समय है । शनि आपकी परीक्षा लेकर आपको और मजबूत बनातें हैं शनि ग्रह का नाम सुनते ही हमारे भीतर एक डर व्याप्त हो जाता है । फिर जब कुंडली में शनि कि ढैया या साढ़े साती का चक्र चलने की बात ज्योतिष करतें हैं, तो लोग और अधिक भयाक्रांत हो जातें है । लेकिन कई बार मनीषियों ने यह साबित किया है कि शनि भगवान जितने डरावने या क्रूर प्रतीत…
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