करियर और जॉब में ग्रोथ के लिए जरूरी मंत्र, जिन्हें अपनाने से आपको मिलेगी सफलता

करियर और जॉब में ग्रोथ के लिए जरूरी मंत्र, जिन्हें अपनाने से आपको मिलेगी सफलता

जॉब्स हैं, पर कैंडिडेट्स लाइफस्टाइल के प्रति लोगों का रुझान बढ़ने से लाइफस्टाइल प्रोडक्ट का मार्केट भी तेजी से बढ़ा रहा है। पर इस मार्केट में प्रोफेशनल्स की कमी क्यों महसूस की जा रही है? हाल के वर्षों में युवाओं में लाइफस्टाइल के प्रति जबरदस्त क्रेज देखा जा रहा है और इसके प्रति वे बेहद सतर्क भी हो गए हैं। जाने, आज का जॉब मार्केट किस तरह का है ? आज कंपनियों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ी है। और इस प्रतिस्पर्धा की वजह से ही मार्केट में आज…

Read More

Career Growth Tips: करियर और जॉब में ग्रोथ के लिए अपनाए ये 5 टिप्स, जॉब में मिलेगी सफलता

Career Growth Tips: करियर और जॉब में ग्रोथ के लिए अपनाए ये 5 टिप्स, जॉब में मिलेगी सफलता

करियर में सफलता कैसे पाएं? कहते हैं कि जितना मिले उसी में खुश रहना चाहिए, क्योंकि अगर ज्यादा की उम्मीद करेंगे और किसी वजह से सफलता नहीं मिलेगी, तो निराशा का दौर शुरू हो जाता है। हालांकि आज के इस प्रोफेशनल व मैटीरियल दुनिया में इसे कोई नहीं मानता। इसलिए इस सोच से बाहर निकलने की कोशिश शुरू कर दें, क्योंकि इस उक्ति को अगर अपनी जिंदगी में लागू करने की कोशिश करेंगे, तो आज की तेज रफ्तार जिंदगी में काफी पीछे छूट जाएंगे। यहां हम बता रहे हैं कुछ…

Read More

Ashtanhika Maha Parva: शृद्धा आस्था और भक्ति का प्रतीक अष्टान्हिका महापर्व

Ashtanhika Maha Parva: शृद्धा आस्था और भक्ति का प्रतीक अष्टान्हिका महापर्व

अष्टान्हिका महापर्व क्या है? संसार सागर से पार होने के लिए नौका के समान सबल निमित्त है भक्ति। भक्ति भी वह, जो समीचीन, दृढ़ और यथार्थ हो। जैन श्रावक भक्तिभावपूर्वक अपार श्रद्धा से ‘अष्टान्हिका पर्व’ में सिद्धचक्र महामण्डल विधान करते हैं। इसे करके व्यक्ति अपने जीवन को धन्य मानते हैं। जैन श्रावक के षट्कर्तव्यों में देवपूजा मुख्य कर्तव्य है। जैनाचार्य पूज्य कुंदकंद स्वामी, समंतभद्रस्वामी, उमास्वामी, पुष्पदंत, वीरसेनाचार्य, जिनसेन आदि ने देवपूजा का विभिन्न ग्रंथों में उल्लेख किया है। देवोपासना के लिए संयमपूर्वक भक्ति एवं साधना को ही प्रशस्त माना गया…

Read More

हमेशा अशुभ नहीं होती दक्षिण दिशा और दक्षिणामुखी प्लाट

हमेशा अशुभ नहीं होती दक्षिण दिशा और दक्षिणामुखी प्लाट

प्रायः वास्तु के बारे में हल्का- फुल्का ज्ञान रखने वाले दक्षिणामुखी प्लाट को तुरन्त ही अशुभ बता देते हैं। लेकिन ऐसा कदापि नहीं है, अगर वास्तु नियमों का पालन करते हुए दक्षिण मुखी प्लाट पर निर्माण कराया जाय तो वह भी शुभ होते हैं। दक्षिण दिशा के स्वामी धर्म तथा मृत्यु के देवता ‘यम’ होते हैं। दक्षिण दिशा के ग्रह मंगल हैं, सूर्य तथा मंगल दोनों ही बहुत गर्म तथा शक्तिशाली होते हैं। सूरज तथा मंगल दोनों का ही रंग लाल होता है। सूरज की गर्मी तथा मंगल के लाल…

Read More

Grah Dosh Nivaran Upay: ग्रह संबंधित दोषों को दूर करती हैं मां गौरी

Grah Dosh Nivaran Upay: ग्रह संबंधित दोषों को दूर करती हैं मां गौरी

सबकी झोली भरती गौरी मां माता पार्वती व विष्णु की आराधना करने से अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है। विभिन्न राशियों के अनुसार इन दोनों आराध्यों को प्रसन्न के उपाय भी अलग-अलग होते हैं मां गौरी शक्ति स्वरूपा हैं, जो अपने भक्तों को कभी खाली नहीं लौटाती । समस्त कष्टों को हरने वाली मां ममतामयी भी हैं, जो हर विघ्न बाधा को दूर करती है। ग्रह संबंधित दोषों को मां गौरी दूर करती हैं। इसके लिए विभिन्न राशियों के जातक कुछ उपाय करके ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर कर सकते…

Read More