मां दुर्गा की आराधना पूरी हर कामना

maa durga

नव दुर्गा व्रत वर्ष में चार बार पड़ता है। दो गुप्त नवरात्र और दो प्रकट । आज से गुप्त नवरात्र शुरू हो रहे हैं। सिद्धि प्राप्ति के लिए विशेष माने जाते हैं। नवरात्र ऐसी अवधि होती है,जिसमें यदि पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ आद्यशक्ति मां दुर्गा की उपासना की जाए, तो उपासक का जीवन सरल हो जाता है। दरअसल इस काल में उनकी समस्त शक्तियां जागृत होकर नव ग्रहों को नियंत्रित करते हुए मानव कल्याण तथा उनके कष्टों के निवारण कार्य करती हैं। धर्म व धर्मग्रंथों में साल में…

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शक्ति की पूजा है कन्या पूजन

kanya poojan

नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि को कन्याओं के पूजन की परंपरा है । इस दिन 2 से 10 साल की कन्याओं को भोजन कराने, वस्त्र आदि देने की परंपरा है । कन्या पूजन शक्ति पूजन का भी एक रूप है नवरात्र में पूजन व व्रत के साथ-साथ कुमारी कन्या के पूजन का विशेष महत्व है । ऐसा माना जाता है कि यदि भक्त कुमारी कन्या का पूजन नहीं करते, तो नवरात्र व्रत और पूजन का फल प्राप्त नहीं होता है । नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि के दिन…

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जानें, कंपनी की बागडोर को संभालने के लिए क्यों जरुरी है लीडरशिप क्वालिटी ?

कंपनी की बागडोर को संभालने के लिए क्यों जरुरी है लीडरशिप क्वालिटी ?

एक अच्छे टीम लीडर के कार्य कंपनी की बागडोर को लीडर ही सँभालते हैं। उसे खड़ा करने में भी सर्वाधिक योगदन लीडर का ही होता है। वे यह काम कंपनी के कर्मचारियों की मदद से करते हैं। लेकिन कैसे…? कहते हैं, जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ, मैं बपुरा बूडन डरा, रहा किनारे बैठ। सच है, पानी मैं उतर के ही उसमें से मोती निकाले जा सकते हैं, क्योंकि किनारे बैठने से कुछ भी हासिल नहीं होता। कहने का आशय इतना ही है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता…

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संपर्क सूत्र भी जॉब पाने की राह आसान कर सकते हैं, लेकिन कैसे ?

संपर्क सूत्र भी जॉब पाने की राह आसान कर सकते हैं, लेकिन कैसे ?

संपर्क भी दिला सकते हैं जॉब सच तो यह है कि अच्छे संपर्क होना ही काफी नहीं हैं, आपको उन्हें इस्तेमाल करना और अपनी बात को अपने जानने वालों से कहना भी आना चाहिए। इसलिए इस बात को हमेशा याद रखें कि आप इनसे अपनी जॉब के बारे में कभी सीधे न बोलें, बल्कि सहायता, सुझाव और जानकारी के लिए कहें। कहां काम आते हैं संपर्क ? याद रहे, केवल जॉब पाने में ही नहीं, अन्य कामों में भी संपर्क हमारे काम आते हैं। दरअसल, इन्हीं संपर्कों के माध्यम से…

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करियर और जॉब में ग्रोथ के लिए जरूरी मंत्र, जिन्हें अपनाने से आपको मिलेगी सफलता

करियर और जॉब में ग्रोथ के लिए जरूरी मंत्र, जिन्हें अपनाने से आपको मिलेगी सफलता

जॉब्स हैं, पर कैंडिडेट्स लाइफस्टाइल के प्रति लोगों का रुझान बढ़ने से लाइफस्टाइल प्रोडक्ट का मार्केट भी तेजी से बढ़ा रहा है। पर इस मार्केट में प्रोफेशनल्स की कमी क्यों महसूस की जा रही है? हाल के वर्षों में युवाओं में लाइफस्टाइल के प्रति जबरदस्त क्रेज देखा जा रहा है और इसके प्रति वे बेहद सतर्क भी हो गए हैं। जाने, आज का जॉब मार्केट किस तरह का है ? आज कंपनियों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ी है। और इस प्रतिस्पर्धा की वजह से ही मार्केट में आज…

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Career Growth Tips: करियर और जॉब में ग्रोथ के लिए अपनाए ये 5 टिप्स, जॉब में मिलेगी सफलता

Career Growth Tips: करियर और जॉब में ग्रोथ के लिए अपनाए ये 5 टिप्स, जॉब में मिलेगी सफलता

करियर में सफलता कैसे पाएं? कहते हैं कि जितना मिले उसी में खुश रहना चाहिए, क्योंकि अगर ज्यादा की उम्मीद करेंगे और किसी वजह से सफलता नहीं मिलेगी, तो निराशा का दौर शुरू हो जाता है। हालांकि आज के इस प्रोफेशनल व मैटीरियल दुनिया में इसे कोई नहीं मानता। इसलिए इस सोच से बाहर निकलने की कोशिश शुरू कर दें, क्योंकि इस उक्ति को अगर अपनी जिंदगी में लागू करने की कोशिश करेंगे, तो आज की तेज रफ्तार जिंदगी में काफी पीछे छूट जाएंगे। यहां हम बता रहे हैं कुछ…

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Ashtanhika Maha Parva: शृद्धा आस्था और भक्ति का प्रतीक अष्टान्हिका महापर्व

Ashtanhika Maha Parva: शृद्धा आस्था और भक्ति का प्रतीक अष्टान्हिका महापर्व

अष्टान्हिका महापर्व क्या है? संसार सागर से पार होने के लिए नौका के समान सबल निमित्त है भक्ति। भक्ति भी वह, जो समीचीन, दृढ़ और यथार्थ हो। जैन श्रावक भक्तिभावपूर्वक अपार श्रद्धा से ‘अष्टान्हिका पर्व’ में सिद्धचक्र महामण्डल विधान करते हैं। इसे करके व्यक्ति अपने जीवन को धन्य मानते हैं। जैन श्रावक के षट्कर्तव्यों में देवपूजा मुख्य कर्तव्य है। जैनाचार्य पूज्य कुंदकंद स्वामी, समंतभद्रस्वामी, उमास्वामी, पुष्पदंत, वीरसेनाचार्य, जिनसेन आदि ने देवपूजा का विभिन्न ग्रंथों में उल्लेख किया है। देवोपासना के लिए संयमपूर्वक भक्ति एवं साधना को ही प्रशस्त माना गया…

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हमेशा अशुभ नहीं होती दक्षिण दिशा और दक्षिणामुखी प्लाट

हमेशा अशुभ नहीं होती दक्षिण दिशा और दक्षिणामुखी प्लाट

प्रायः वास्तु के बारे में हल्का- फुल्का ज्ञान रखने वाले दक्षिणामुखी प्लाट को तुरन्त ही अशुभ बता देते हैं। लेकिन ऐसा कदापि नहीं है, अगर वास्तु नियमों का पालन करते हुए दक्षिण मुखी प्लाट पर निर्माण कराया जाय तो वह भी शुभ होते हैं। दक्षिण दिशा के स्वामी धर्म तथा मृत्यु के देवता ‘यम’ होते हैं। दक्षिण दिशा के ग्रह मंगल हैं, सूर्य तथा मंगल दोनों ही बहुत गर्म तथा शक्तिशाली होते हैं। सूरज तथा मंगल दोनों का ही रंग लाल होता है। सूरज की गर्मी तथा मंगल के लाल…

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Grah Dosh Nivaran Upay: ग्रह संबंधित दोषों को दूर करती हैं मां गौरी

Grah Dosh Nivaran Upay: ग्रह संबंधित दोषों को दूर करती हैं मां गौरी

सबकी झोली भरती गौरी मां माता पार्वती व विष्णु की आराधना करने से अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है। विभिन्न राशियों के अनुसार इन दोनों आराध्यों को प्रसन्न के उपाय भी अलग-अलग होते हैं मां गौरी शक्ति स्वरूपा हैं, जो अपने भक्तों को कभी खाली नहीं लौटाती । समस्त कष्टों को हरने वाली मां ममतामयी भी हैं, जो हर विघ्न बाधा को दूर करती है। ग्रह संबंधित दोषों को मां गौरी दूर करती हैं। इसके लिए विभिन्न राशियों के जातक कुछ उपाय करके ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर कर सकते…

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Navgrah Shanti Upay: नवग्रहों की शांति हेतु करें ये उपाय

Navgrah Shanti Upay: नवग्रहों की शांति हेतु करें ये उपाय

नवग्रह शांति के लिए क्या करना चाहिए?, सभी ग्रहों को शांत करने के लिए क्या करें?, सभी नवग्रहों को कैसे प्रसन्न करें? नवग्रहों को करें नमन जीवन में रहें मगन सभी प्रकार की पूजाओं में नवग्रह पूजन का भी विशेष महत्व होता है। पूजा-पाठ व दान क्रियाओं से नवग्रह को शांत किया जाता है। अगर कुंडली में कोई भी ग्रह प्रतिकूल हो, तो व्यक्ति को कष्टों से गुजरना पड़ता है। यहां नवग्रहों की शांति हेतु कुछ उपाय दिए जा रहे हैं, जिनका लाभ आप भी उठा सकते हैं। नवग्रह शांति…

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