परीक्षा में ज्यादा चाहिए अंक, पढ़ ले मंत्र
परीक्षा में अच्छे अंक चाहिए, तो कड़ी मेहनत और नियमित रूप से पढ़ाई से ही लाभ होता है । पर इसके साथ मंत्रों की शक्ति मिला दी जाए, तो विद्यार्थी की सफलता मुश्किल नहीं लगती
परीक्षा के नाम से ही कई विद्यार्थियों के पसीने छूटने लगते हैं । कुछ विद्यार्थी पूरी मेहनत करते हैं, पर कड़ी प्रतिस्पर्धा में वह पीछे रह जाते हैं । कुछ को परीक्षा के नाम से ही घबराहट होने लगती है । दरअसल इम्तहान शब्द ही विद्यार्थियों को खतरे की तरह दिखाई देता है । पर ऐसे में यदि पढ़ाई के साथ-साथ थोड़ी पूजा, थोड़ी स्तुति अदि का सहारा लिया जाए, तो बच्चों को आत्मविश्वास जरूर दिया जा सकता है ।
आमतौर पर हम किसी भी तरह के इम्तिहान पर जाने से पहले दही खाने, बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने आदि उपायों पर अमल करते हैं । पर कुछ और उपाय हैं, जिनसे आपको अच्छे अंक मिल सकते हैं :
“ॐ नमो भगवती वाग्वादिनी ब्रह्माणी ब्रह्मा रूपिणी बुद्धिवर्द्धिनी मम विद्या देहि-देहि स्वाहा ।”
यह सरस्वती मां का बीज मंत्र है, जिसका सही-सही उच्चारण करने से मां सरस्वती की कृपा मिलती है । यदि आप सफलता के लिए इस मंत्र का 11 या 21 बार जप करते हैं, तो परीक्षा में सफलता मिलती है । यह मंत्र नित्य सुबह जपना चाहिए ।
इसके अलावा विद्यार्थियों के लिए और भी उपाय है:
* घर में अध्ययन करने के दौरान उनका मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए ।
* जो विद्यार्थी परीक्षा देने से पहले उत्तर भूल जाते हों, वह परीक्षा के लिए निकलने से पहले अपने पास कपूर व फिटकरी रख लें । इससे उन पर आने वाली नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता जाए गा और वह पूरे विश्वास से उत्तर लिख पाएंगे ।
* अगर किसी विषय में आपको ज्यादा परेशानी हो, तो उस दिन की परीक्षा के लिए जाने से पहले अपने पास मोर पंख रख लें । लाभ होगा ।
* यदि आप ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अध्ययन करें, तो विशेष लाभ होगा ।
* भगवान गणेश जी को हर बुधवार के दिन दुर्वा चढ़ाएं । इससे बच्चों की बुद्धि कुशाग्र होती है ।
* जब आपका सूर्य स्वर यानी दायां स्वर नासिका का चल रहा है, तब अपने कठिन विषयों का अध्ययन करें । तब वह तुरंत याद हो जाएगा । इसी तरह कक्ष में प्रवेश करते समय भी चल रहे स्वर का ध्यान रखकर प्रवेश करें ।
* परीक्षा भवन में प्रवेश करते समय यह मंत्र जपे
प्रबिसि नगर कीजै सब काजा ।
ह्रदय राखि कौसलपुर राजा ॥
इसके अंत में संपुट अवश्य लगाएं, तभी यह कारगर होगा ।
* यह मंत्र भी लाभ दे सकता है
जेहि पर कृपा करहिं जनु जानी।
कबि उर अजिर नचावहिं बानी॥