जाने, गृह निर्माण के लिए शुभ मुहूर्त
किसी भी अच्छे कार्य को करने से पहले उसका शुभ मुहूर्त देखने की परंपरा है । भारतीय शास्त्रों में ऐसी कई तिथियां और उल्लिखित हैं जिनमें गृह निर्माण आरंभ करना शुभ फलदाई होता है । द्वादशी, एकादशी, त्रयोदशी आदि तिथियां गृह निर्माण के लिए श्रेष्ठ मानी गई है ।
किसी भी कार्य का शुभारंभ अच्छे व फलदाई मुहूर्त में करना उचित माना जाता है । चाहे वह कार्य गृह निर्माण आरंभ हो या शादी, विवाह, शिलान्यास, उद्घाटन, नामकरण संस्कार आदि हो । शुभ मुहूर्त में कार्य प्रारंभ करने से इसमें सफलता प्राप्त होती है तथा सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त होता है । शुभ मुहूर्त, शुभ वार, शुभ तिथि, शुभ नक्षत्र, शुभ माह में गृह निर्माण आरंभ करने से मकान निर्विघ्न बिना बाधा के शीघ्र ही बनकर तैयार हो जाता है । साथ ही पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक, आध्यात्मिक उन्नति, स्वास्थ्य लाभ तथा मानसिक सुख शांति भी मिलते हैं ।
गृह निर्माण के शुभ माह
भूमि पूजन, गृह निर्माण तथा शिलान्यास के लिए फाल्गुन, वैशाख और श्रावण मास श्रेष्ठ माने गए हैं । जबकि माघ, ज्येष्ठ, भादो तथा मार्गशीर्ष मास मध्यम श्रेणी के माने गए हैं । पर आषाढ़, चैत्र, कार्तिक एवं अश्विन मास में घर बनवाना वर्जित है । इससे धन बल की हानि तथा परिवार के सदस्यों की आयु पर विपरीत प्रभाव पड़ता है ।
गृह निर्माण की शुभ तिथि
अगर आपको गृह निर्माण आरंभ करना है, तो द्वादशी, द्वतीया, तृतीय, पंचमी, षष्टी, सप्तमी, दशमी, एकादशी तथा त्रयोदशी तिथियां अनुकूल मानी गई है । इसी तरह अष्टमी को मध्यम श्रेणी का माना गया है । पर चतुर्थी, नवमी, चौदस, तिथियों को गृह निर्माण कार्य के लिए अनुकूल नहीं माना गया है ।
गृह निर्माण के शुभ नक्षत्र
यदि आपको घर का निर्माण कार्य आरंभ करवाना है, तो किसी भी माह के रोहणी, पुष्य, अश्लेषा, मघा, हस्त, चित्रा, स्वाति, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, शतभिषा, घनिष्ठा तथा रेवती नक्षत्र को श्रेष्ठ माना गया है ।
शेष नक्षत्र मिलाजुला फल देते हैं । अगर आपने बृहस्पति युक्त पुष्य नक्षत्र यानी तीनों उत्तरा नक्षत्र, रोहिणी मृगशिरा, श्रवण, अश्लेषा, अदि नक्षत्रों में गुरुवार के दिन गृह निर्माण कार्य आरंभ किया है, तो आपको धन-धान्य, ऐश्वर्या तथा समस्त सुख मिलेंगे ।
अश्वनी, रोहिणी, पूर्वाफाल्गुनी की चित्रा व हस्त, इन नक्षत्र में बुधवार के दिन प्रारंभ किया गया गृह निर्माण सुख, संपन्नता, धन, वैभव तथा पुत्र प्रदाता माना जाता है ।
अश्वनी, चित्र, विशाखा, धनिष्ठा, शतभिषा और आद्रा नक्षत्र के साथ शुक्रवार आए, तो उस दिन प्रारंभ किया गया गृह निर्माण धन, धन्य और संपन्नता दिलाता है ।
गृह निर्माण के लिए शुभ वार
यदि सोम, बुध, शुक्र वार, बृहस्पतिवार के दिन गृह निर्माण के कार्य प्रारंभ किया जाए, तो वह शुभ होता है । चर लग्न तथा शनि, रवि, मंगल को गृह निर्माण आरंभ किया जाए, तो ऐसे दिन भूमि पूजन करने की भी आवश्यकता नहीं मानी जाती ।
सप्त साकार के योग
शास्त्रों में लिखा गया है कि ( श अथवा स) अक्षर से प्रारंभ होने वाले सात शुभ लक्षणों से गृह निर्माण आरंभ करने से धन-धान्य, सुख-समृद्धि, यश, कीर्ति में अनवरत वृद्धि होती है तथा परिवार के लोगों का मानसिक तथा बौद्धिक विकास भी होता है