हकीक दिलाता है हक
धरती पर मिलने वाले कई पत्थर और रत्नों में हकीक का अलग ही महत्व है। यह लाल, पीले व सफेद आदि कई रंगों में पाया जाता है। इसकी लोकप्रियता की एक वजह इसका सस्ता व आसानी से सुलभ होना भी है। विशेष रूप से नर्मदा और गोदावरी नदी के तल में पाए जाने वाले हकीक को हक दिलाने वाला पत्थर माना जाता है। जिस हकीक में सफेद पट्टीयां पाई जाती हैं उसे सर्वश्रेष्ठ और सुरक्षात्मक माना जाता है।
● इस रत्न के बारे में यह भी कहा जाता है कि इस रत्न को धारण करने वाले किसी व्यक्ति पर अगर कोई संकट आता है, तो वह उस संकट को अपने ऊपर ले कर टूट जाता है।
● वैसे आमतौर पर मान्यता है कि हकीक को धारण करने से सौभाग्य की वृद्धि होती है और दरिद्रता का नाश होता है
● काले रंग का हकीक आरोग्य में भी उपयोगी माना जाता है, जबकि सफेद रंग का हकीक मानसिक तनाव को दूर करता है।
● उसी प्रकार नीला हकीक शनि ग्रह को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों के जप में प्रयोग में आता है।
● हकीक से भूत प्रेत एवं बुरी आत्माओं से संबंधित बाधा भी दूर होती है । बुरे सपने नहीं आते हैं ।
●हकीक संधिवात तथा गठिया रोग के लिए लाभप्रद है । कृषि कार्य करने वालों के लिए उत्तम रहता है
●हकीक विष के प्रभाव को भी दूर करता है इसलिए कई राजा-महाराजा इससे बने प्यालों में रसपान करते थे।
● हकीक पत्थर का विभिन्न पूजा-पाठ, साधनाओं और उपासनाओं में प्रयोग किए जा सकते हैं।
● यह भी मान्यता है कि अगर दीपावली की रात में हकीक के 27 पत्थरों को लक्ष्मी मंत्र से अभिमंत्रित करके लक्ष्मी माता की मूर्ति के नीचे स्थापित कर दिया जाए तो घर में आर्थिक समृद्धि होने लगती है।
● यह भी कहा जाता है कि जिसके घर में हकीक होता है, वह कभी गरीब नहीं हो सकता।