लाफिंग बुद्धा से मिलेगी सफलता
फेंगसुई के अनुसार लाफिंग बुद्धा के तीनों रूपों को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा घर में आती है और प्रसन्नता एवं उत्साह का वातावरण बनता है। आधुनिक युग में इसे समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है।
फेंगशुई में तीन चीनी देवताओं की मूर्तियां रखना मंगलकारी कहा गया है। इन चीनी देवताओं के नाम है फुक, लुक, साउ। फुक को सुख समृद्धि, लुक को सफलता एवं प्रगति तथा साउ को दीर्घायु का प्रतिनिधि देवता माना जाता है। फुक, लुक और साउ की मूर्तियों को एक साथ ड्राइंग रूम में किसी खुली अलमारी या मेज पर स्थापित करना चाहिए। इससे भवन में रोग और दरिद्रता का निवारण होता है और सुख, शांति, समृद्धि और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है। इसे भवन के मुख्य द्वार के अंदर इस प्रकार स्थापित किया जाता है कि अंदर आने वाले व्यक्ति को यह दिखाई पड़े। ऐसा प्रतीत हो कि बुद्धा उसका हंसकर स्वागत कर रहे हैं।
इसे ढाई-तीन फुट की ऊंचाई पर किसी मेंज या स्टूल पर रखा जा सकता है। यदि प्रवेश द्वार के सामने कोई कोना हो, तो वहां पर यह फायदेमंद साबित होगा। पर यह भी ध्यान रखना चाहिए कि प्रवेश द्वार से अंदर आने वाला व्यक्ति इससे टकरा ना जाए। लाफिंग बुद्धा के कारण मुख्य द्वार से भवन में प्रवेश करने वाली सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। परिणाम स्वरूप घर में प्रसन्नता एवं उत्साह का वातावरण बनता है।
लाफिंग बुद्धा की कई स्वरूप प्रचलित है। मसलन दोनों हाथ ऊपर उठाई हुई आकृति। इस तरह के लाफिंग बुद्धा को प्रवेश द्वार के अंदर कुछ दूरी पर रखना उचित होता है। इसके आगंतुक को यह प्रतीत होता है कि कोई हाथ उठाकर हंसते हुए उसका स्वागत कर रहा है। इस प्रकार के लाफिंग बुद्धा को रखने के लिए लकड़ी या धातु की बनी 3 फुट ऊंची मेज का प्रयोग करना चाहिए। ऐसे लाफिंग बुद्धा से घर में कलह नहीं होता।
कुछ प्रतिमाएं ऐसी भी बनाई जाती हैं, जिनकी पीठ पर थैला होता है। इन्हें भी मुख्य प्रवेश द्वार के अंदर कुछ दूरी पर 3 फुट ऊंची मेज पर ही स्थापित करना चाहिए। इससे आगंतुक द्वारा भवन स्वामी को धनलाभ, सफलता एवं उन्नति की प्राप्ति होती है। यदि ऐसे लाफिंग बुद्धा को दुकान, व्यवसाय स्थल, प्रतिष्ठान या शोरूम के प्रवेश द्वार के अंदर स्थापित किया जाए, तो धन लाभ होता है। व्यवसाय आदि में दिनों दिन प्रगति एवं सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है।
वैसे तो लाफिंग बुद्धा की मूर्ति विशेष प्रकार की मिट्टी से बनी होती है, लेकिन अब धातु के लाफिंग बुद्धा भी प्रयोग किए जाने लगे हैं। इसका प्रयोग उन लोगों को करना चाहिए, जिनमें निर्णय क्षमता तथा आत्मविश्वास की कमी हो और लोग उनकी उदारता एवं भावुकता का प्रायः लाभ उठाते हैं।
कुछ सावधानियां
■ प्रवेश द्वार या ड्राइंग रूम के अलावा घर में किसी भी स्थान पर लाफिंग बुद्धा को स्थापित करना नुकसानदेह हो सकता है। विशेषकर रसोई या शयनकक्ष में इसे नहीं रखना चाहिए।
■ लाफिंग बुद्धा का प्रयोग केवल मंगलकारी प्रतीक चिन्ह के रूप में किया जाता है। इसकी पूजा नहीं करनी चाहिए।
■ लाफिंग बुद्धा की प्रतिमा गंदी या धूल नहीं होनी चाहिए। इसे हर दिन साफ करने से सकारात्मक ऊर्जा का घर में प्रवेश होता है।