शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स
जायदा तर लोगों की जब शेयर मार्किट से कमाई होती है तो उन्हें अच्छा लगता है। लेकिन जब शेयर बाजार में गिरावट होने लगती है तो निवेशक (Investor) परेशान होने लगते है। ज्यादातर Loss के बाद रिटेल निवेशकों (Retail Investors) का तो शेयर बाजार से मन ही हट जाता है। क्यों की उनकी सोच होती है कि हम शेयर मार्किट में पैसे लगाकर रातों-रात करोड़पति बन जायेंगे। और वो ऐसी ही कुछ गलतियां कर बैठते है। जिस कारण वो शेयर बाजार से पैसे नहीं कमा पाते हैं।
कहते है कि शेयर बाजार में बहुत सारे पैसे हैं। किन्तु हर कोई इस बाजार से पैसे नहीं कमा पता है। ज्यादातर रिटेल निवेशक शेयर बाजार से पैसे कमाने के बदले पैसों का Loss कर बैठते है। रिटेल निवेशकों के शेयर मार्किट से पैसे न बना पाने के पीछे पांच बड़े कारण हैं।
१. सस्ते शेयर (Penny Stock) का चयन: प्रायः रिटेल निवेशक का फोकस ज्यादा तर उन शेयरों पर रहता है जिन की कीमत कम होती है। उनको यह लगता है की काम पैसों में हम अधिक शेयर खरीद सकते है। और फ्यूचर में ये शेयर हमें Multibagger Return दे सकते है। जबकि ऐसा नहीं हो पता। अक्सर रिटेल निवेश पेनी स्टॉक (Penny Stock) के चक्कर में फास जातें है। फिर शेयर मार्किट में अपना पैसा गंवा कर बैठ जातें हैं। जबकि शेयर का चुनाव हमें कंपनी के फंडामेंटल्स और ग्रोथ देखकर कर ही करनी चाहियें।
2. किसी के कहने पर निवेश: अक्सर रिटेल निवेश किसी के कहने पर बिना जानकारी के ही उस तरह के स्टॉक में निवेश कर देते है, जो कि बेसिक तोर से फंडामेंटली स्ट्रांग नहीं होते हैं। यानी बिना अपनी रिसर्च किये बगैर पैसे इन्वेस्ट कर देते है। और भरी नुकसान भी उठाना पड़ता है और फिर फंस जाते हैं। शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करने का सीधा तरीका है कि पहले उस कंपनी के वारे में पूरी रिसर्च करें कि जिसके स्टॉक में आप इन्वेस्ट करने जा रहे है। शेयर मार्किट में निवेश का सीधा तरीका है- पहले लर्निंग फिर अर्निंग।
3. मोटी कमाई का इंतजार: अक्सर ऐसा होता है कि रिटेल निवेशक बड़ी कमाई के चक्कर में जो उन्हें मिल रहा होता है, उसे भी नहीं बचा पाते। अक्सर बड़े निवेशक और ट्रेडर कुछ शेयरों के 5 से 10 फीसदी बढ़ने पर अपन प्रॉफिट बुक करके निकल जातें हैं। लेकिन रिटेल निवेशक मोटी कमाई के इंतजार में इन शेयरों में फंस जाते हैं, और बाद में इंतजार करते-करते नुकसान उठाकर या फिर सस्ते में शेयर बेचने पड़ जातें हैं।
4. गिरावट में घबराना: जब तक स्टॉक का भाव ऊपर जाता और कमाई होती है उस समय तक रिटेल निवेशक मार्किट में बने रहते हैं। लेकिन जैसे ही शेयर मार्केट गिरावट होती है। रिटेल निवेशक घबराने लगते हैं और स्टॉक्स को सस्ते में या फिर लॉस में बेच कर निकल लेते हैं। जबकि बड़े निवेशक इस मौके के इंतजार में रहते हैं और जैसे ही मार्केट डाउन जाता है वो स्टॉक्स कि खरीदारी शरू कर देते हैं।
5. पूरा पैसा एक साथ निवेश कर देना: अक्सर लोग अपना सरा पैसा एक साथ शेयर बाजार में लगा देते है। और जब शेयर मार्केट डाउन होता होता है तो उनको एक साथ बहुत सारा लॉस हो जाता है और स्टॉक में एवरेज करने के लिए कोई पैसा उनके पास नहीं होता। अब या तो इन्हे काफी समय तक शेयर मार्केट के ऊपर जाने का इंतजार करना पड़ता है या फिर वो लॉस में ही अपना पैसा निकल लेते हैं। इसलिए एक साथ पूरा पैसा शेयर मार्केट में नहीं लगाना चाहिए। और जब शेयर मार्केट डाउन जाता है तब हमें SIP में पैसे इन्वेस्ट करना चाहिए। और शेयर मार्केट निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें।