मन की शुद्धि के लिए कल्पवास कल्पवास माघ महीने में किया जाने वाला व्रत होता है, जिसका उद्देश्य अपने मन में उपस्थित विकारों को निकालना और अक्षय पुण्य की प्राप्ति है। एक महीने का यह व्रत पूरे वर्ष को पुण्य मय बना देता है। तीर्थराज प्रयाग का माघ मेला महज नदियों का ही नहीं अपितु आस्था, दर्शन, अध्यात्म और विविध संस्कृतियों का अनूठा संगम है। यह स्नान पर्व एक महीने तक चलता है। इस पर्व के दौरान संगम तट पर कल्प वास करने का पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व है। इस…
Read MoreAuthor: Ruchi Sharma
गणेश जयंती यानी तिल चतुर्थी पर गणपति को प्रसन्न कर, करे दोषों का निवारण
गणेश जयंती यानी तिल चतुर्थी । माघ मास की इस तिथि को भगवान श्री कृष्ण ने उपवास रखकर अपने ऊपर लगे आरोप के दोष से मुक्ति पाई थी। गणेश जयंती । माघ महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी के रूप में जानी जाने वाली यह तिथि कई प्रदेशों में महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसे तेल चतुर्थी भी कहा जाता है। गणेश भगवान हमारे प्रथम पूज्य देवी नहीं हैं, बल्कि वह तो जीवन के हर क्षण में रचने-बसने वाले देवता कहे जाते हैं। इनकी पूजा करने से भक्तों को कोई भी विघ्न…
Read Moreसकारात्मक ग्रहों से संबंधित रत्नों को धारण करने से मिलता है सर्वोत्तम लाभ
ज्योतिष शास्त्र का एक सामान्य नियम है कि आपकी कुंडली में जो भी ग्रह शक्तिशाली हैं यह सर्वाधिक अनुकूल फल देने वाला हो, जिन ग्रहों का आप पर सकारात्मक असर होता है, उन ग्रहों से संबंधित रत्नों को धारण कर या उनका उपयोग कर आप सर्वोत्तम लाभ के अधिकारी बन सकते हैं। पेश है ऐसी ही कुछ सलाहें 1) यदि आपका सूर्य ग्रह अशुभ स्थिति में है या शुभ भाव, मित्र राशि में हो, तो आपके लिए अम्बर रत्न, फ्लोराइट और क्रिसोलाइट धारण करना अच्छा रहेगा। अंबर जहां नकारात्मक भावों…
Read Moreश्रद्धा व विश्वास का प्रतीक त्रिपुर सुंदरी मंदिर
मेरठ शहर में सम्राट पैलेस में स्थित है सिद्धपीठ भगवती श्री राज राजेश्वरी त्रिपुरी सुंदरी मां का मंदिर। उत्तर प्रदेश का यह एकमात्र श्री यंत्र अधिष्ठात्री देवी षोडशी का मुख्य मंदिर है। इस पवित्र स्थल पर मां दुर्गा के नौ रूपों के दर्शन होते हैं। 10 महाविद्याओं में सर्वोपरि महाविद्या षोडशी के अंतर्गत राज राजेश्वरी परांबा का विग्रह अनंत श्री विभूषित ज्योतिष श्री द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी द्वारा वर्ष 1990 में इस स्थान पर प्रतिष्ठित किया गया, जो यहां की मुख्य देवी है। पूज्य शंकराचार्य जी…
Read Moreहस्तरेखा से जाने आप को संपत्ति में निवेश करना चाहिए या नहीं
धन के मामले में अधिकांश लोग भाग्य को प्रबल मानते हैं। हस्तरेखा शास्त्र या ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह काफी हद तक सही भी है। इस बारे में हस्तरेखा शास्त्र में काफी बातें बताई गई है। 1) यदि भाग्य रेखा एक से अधिक हो और जीवन रेखा गोल हो, तो व्यक्ति को संपत्ति में निवेश करना चाहिए। इससे निवेश का तुरंत परिणाम मिलता है। 2) अंगुलियां लंबी हों, तो हृदय व मस्तिष्क रेखा एक हो, जीवन रेखा गोल हो और भाग्य रेखा मस्तिष्क रेखा पर रुकी हो, तो संपत्ति में…
Read Moreश्री कृष्ण साधना से मिलेगी लक्ष्मी
लक्ष्मी प्राप्ति श्री कृष्ण साधना लक्ष्मी प्राप्ति के लिए हर कोई प्रयासरत रहता है। सभी को लालसा रहती है कि उसके पास ज्यादा से ज्यादा पैसे हो। इसके लिए मेहनत पर भरोसा करते हैं। इसके साथ ही यदि भक्ति की शक्ति का प्रयोग कर लिया जाए, तो धन प्राप्ति की संभावना काफी अधिक हो जायेगी। इसके लिए भगवान श्री कृष्ण की आराधना करना भी श्रेयस्कर माना जाता है। हालांकि इनका सीधा संबंध देवी लक्ष्मी से नहीं है, पर भगवान विष्णु के अवतार होने की वजह से श्री कृष्ण की आराधना…
Read Moreखुशहाल शादीशुदा जीवन के लिए अपनाये फेंगशुई के ये उपाय
फेंगसुई में यह क्षमता होती है कि यह आपके दुख भरे जीवन में खुशियों का संचार कर दे। यदि घर में इससे जुड़े उपायों का उपयोग किया जाए, तो निश्चित रूप से उस घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और उस घर में रहने वाले लोग खुश रहते हैं। बात करें शादीशुदा जीवन की, तो उसमें भी फेंगसुई नए रंग भर सकता है। यदि जीवन में कुछ सकारात्मक कदम उठाए जाएं, तो न सिर्फ जीवन की गाड़ी सफलतापूर्वक आगे बढ़ेगी, बल्कि दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। असल में रिश्तो…
Read Moreईशान कोण सही तो चिंता नहीं, जानिए घर में ईशान कोण के कुछ प्रभाव
वास्तु शास्त्र में आठों दिशाओं में ईशान कोण का विशेष महत्व है। प्राचीन वास्तु शास्त्रीयो ने ईशान दिशा वाले भूखंड की तुलना कुबेर के नगर अलकापुरी से की है क्योंकि यह दिशा सुख, शांति, वैभव, यश, कीर्ति मान सम्मान, बुद्धिमान संतति तथा समस्त शुभ फलों को प्रदान करने वाली मानी जाती है। आइए जानते हैं, ईशान कोण के कुछ प्रभाव – 1) यदि ईशान कोण आगे की ओर बढ़ रहा हो, तो परिवार में सुख शांति, धन संपदा बराबर बनी रहती है। 2) ईशान में जल स्थान, देवस्थान और अध्ययन…
Read Moreजानिए, मंदिर में घंटी बजाने के धार्मिक व वैज्ञानिक महत्व
मंदिर में घंटी जरूर बजाएं प्रतिदिन पूजा पाठ के साथ-साथ कुछ कार्य करने से न सिर्फ पूजा का सुफल मिलता है, बल्कि उसके वैज्ञानिक प्रभाव का भी सकारात्मक असर होता है । इसलिए कई बार तिलक लगाने, मंदिर में घंटी बजाने, शंख बजाने आदि कार्य को करने का विधान आज भी बना हुआ है। जिनके वैज्ञानिक और धार्मिक दोनों फायदे हैं। मंदिर में घंटी बजाने का धार्मिक महत्व शास्त्रों में कहा गया है कि जिस मंदिर में घंटी बजाने की आवाज नियमित आती है, उसे जागृत देव मंदिर कहते हैं।…
Read Moreसर्दियों में इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए करें कुछ घरेलू उपाय
सर्दियों में हमारा शरीर मीठी, खट्टी और नमकीन चीजों को आसानी से पचा लेता है, पर कड़वे, तीखे और कसैले स्वाद की चीजें इस मौसम में सुपाच्य नहीं होती। वैसे तो जाड़े के मौसम में सर्दी जुकाम, गले में खराश, आंखों से पानी गिरने जैसी कई समस्याएं होती हैं, जिनको घरेलू उपचार से भी ठीक किया जा सकता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए जानें कुछ उपाय 1) सर्दियों में तुलसी के पत्तों की चाय जरूर पीनी चाहिए। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत तो होती है, साथ ही…
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