हेसोनाइट यानी गोमेद के चमत्कारिक गुण व स्वास्थ्य लाभ
हेसोनाइट यानी गोमेदक से नाड़ी तंत्र की समस्याएं दूर होती है और दिमाग शांत होता है । इसे धारण करने से राहु के दुष्प्रभाव से तो मुक्ति मिलती है, साथ ही त्वचा भी दमकने लगती हैं
नवरत्नों में शामिल हेसोनाइट में ऐसे कई गुण हैं, जिनसे राहु ग्रह के दोष से आपकी रक्षा होती है । गोमेद राहु रत्न है। शत्रुओं का नाश करता है। धन, संपत्ति तथा संतान के लिए शुभ है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह रत्न धारण करने वाले लोग कामयाबी की राह पर आगे बढ़ते हैं । यह सेहत ठीक रखता है और आपको समृद्धसाली बनाता है । इस रत्न को गोमेदक या गोमेद के नाम से भी जाना जाता है और इसका रंग शहद की तरह होता है । इसे धारण करने से लोग शत्रु के हथकंडों से तो बचते हैं, साथ ही बगैर मुकदमा लाडे जीत भी जाते हैं । इसलिए वकालत के प्रोफेशन से जुड़े लोगों के लिए इसे लाभदायक माना जाता है ।
वैसे गोमेद (हेसोनाइट) को राजनीति में रुचि रखने वाले लोगों के लिए भी अनुकूल माना जाता है । राहु राजनीति का कारक है अतः ऐसे लोग जो राजनीति में है या आना चाहते हैं उन्हें सर्वोत्मुखी उन्नति के लिए गोमेद अवश्य पहनना चाहिए । क्योंकि इसमें मैगनीज और लोहे जैसे खनिजों का मिश्रण होता है, इसलिए इस लिए इसका रंग गोमूत्र की तरह भी प्रतीत होता है ।
बात करें फेंगशुई की तो है हेसोनाइट य गोमेद से हर कदम पर लाभ मिलता है । इससे आपके शौक भी पूरे होते रहते हैं । इसके अलावा यह शरीर को स्फूर्ति से भर देता है । यदि आपके बच्चों का मन पढ़ाई में न लगे या वह स्कूल जाने से आनाकानी करे, तो हेसोनाइट इस परेशानी से निजात दिला देता है । इस रत्न में हर तरह फोबिया यानी भय को दूर करने का गुण होने के कारण इसे रक्षक भी कहा जाता है । इस रत्न से त्वचा के विकारों से भी मुक्ति मिलती है और स्किन डिसऑर्डर दूर हो जाता है ।
धारण करने की विधि
चूकी यह राहु का रत्न है, इसलिए इसे सूर्यास्त में शनिवार के दिन धारण करना चाहिए । इस दौरान “ॐ राम राहवे नमः” मंत्र का जप करने का भी विधान है ।
आद्रा नक्षत्र में जन्मे जातकों का स्वामी राहु होता है । इसलिए उनके लिए हेसोनाइट को उपयोगी रत्न माना गया है । ऐसे जातक सौभाग्य वृद्धि, बुद्ध, यश, मान-सम्मान तथा सभी कार्यों में सफलता पाने के लिए इसे धारण कर सकते हैं । इसे धारण करने वाले लोग अपने व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठ जाते हैं ।