मन के लिए पहनें मोती
मन की शांति और गुस्से पर काबू रखने के लिए कारगर है मोती
मोती पहनने के फायदे
मोती धारण करने से जातक को सुख-समृद्धि, सौभाग्य, मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होती है। भावनाएं नियंत्रण में रहती हैं और स्मरण शक्ति बढ़ती है। जानें मोती से जुड़ी कुछ और बातें….
मोती पर चंद्रमा का स्वामित्व माना गया है, इसलिए चंद्रमा के कमजोर होने पर ज्योतिषी मोती पहनने की सलाह देते हैं। मोती पहनने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है, आयु लंबी होती है ओर आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। मानसिक अशांति को दूर करने के साथ-साथ यह गैस जनित रोगों में भी लाभदायक होता है। पर, हर लग्न के जातक के लिए मोती पहनना शुभ नहीं होता। ज्योतिषी की सलाह के बिना मोती न पहनें।
मोती कब पहनें
© ऐसे लग्न जिनमें चंद्रमा शुभ स्थानों का स्वामी होकर निर्बल हो, ऐसे में ही मोती पहनना लाभदायक होता है। अन्यथा मोती डिप्रेशन और आत्महत्या तक का कारक बन सकता है।
© लग्न कुंडली में चंद्रमा शुभ स्थान में स्थाई हो, मगर 6, 8, या 12 भाव में चंद्रमा हो, तो मोती धारण कर सकते हैं।
© अगर चंद्रमा राहु या केतु से युक्ति कर रहा हो तो उस भाव में मोती पहनना शुभ होता है।
© यदि चंद्रमा पाप ग्रहों की दृष्टि में हो तो मोती पहनें।
© अगर जन्म कुंडली में चंद्रमा क्षीण हो या सूर्य के साथ हो तो इस स्थिति में मोती धारण करें।
© कफ या ठंड की शिकायत रहती हो, मन बेचैन रहता हो तो कुंडली जरूर दिखवाएं और चंद्रमा की स्थिति को देखें। अगर चंद्रमा की महादशा हो तो विशेषज्ञ की सलाह पर मोती धारण करें।
© अगर चंद्रमा क्षीण हो, कृष्ण पक्ष का जन्म हो तो भी मोती पहनने से लाभ मिलता है।
मोती वर्जित है जब …
यदि चंद्रमा लग्न कुंडली में अशुभ होकर शुभ स्थानों को प्रभावित कर रहा हो, तो ऐसी स्थिति में मोती धारण नहीं करें। ऐसी स्थिति में सफेद वस्तु का दान करें, शिव की पूजा-अभिषेक करें, हाथ में सफेद धागा बांधे और चांदी के गिलास में पानी पिएं। इससे चंद्र की दशा मजबूत होती है और जातक को शुभ प्रभाव देती है।
श्रोत:- रत्नों में निहित उपचार शक्ति पुस्तक से