मकान खरीदे, संख्या देखकर

मकान खरीदे, संख्या देखकर

मकान खरीदे संख्या देखकर – Good house numbers for luck in hindi

संख्या शास्त्र केवल व्यक्तियों ही नहीं, भावनों के बारे में भी बहुत कुछ कहता है । इसके अनुसार भवन के नंबर से प्राप्त मूलांक वहां रहने वालों के स्वभाव के बारे में बताता है ।

न्यूमरॉलॉजी के अनुसार संख्या का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है । कोई संख्या हमारे अनुकूल होती है, तो कोई प्रतिकूल । इसी प्रकार मकान संख्या भी हमारे जीवन में शुभ अशुभ फल ला सकती है । अगर आपके घर की संख्या 15 है, तो मूलांक १+५= ६ होगा । आइए जानिए घर की संख्या का जीवन पर प्रभाव:

मूलांक 1 के घर में रहने वाले लोग सूर्य ग्रह से प्रभावित रहते हैं । उनकी विचारधारा स्थिर रहती है और यह अपने निश्चय पर दृढ़ रहते हैं । उन्हें अपने जीवन में बाहरी व्यक्ति का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं होता ।

मूलांक 2 वाले घर में रहने वाले लोग चंद्र ग्रह से प्रभावित रहते हैं । ऐसे लोग कल्पनाशील, कला प्रिय और स्नेहशील स्वभाव के होते हैं । इनमें बुद्धि चातुर्य काफी अच्छा रहता है ।

मूलांक 3 का स्वामी गुरु होने के कारण ऐसे घर में लोग अनुशासन में कठोर होते हैं । इसलिए यहां रहने वाले लोग अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से बहुत सख्ती से पेश आते हैं । ये लोग बौद्धिक स्तर के काम में सफलता पाते हैं ।

मूलांक 4 वाले घर में रहने वाले लोगों की विचारधारा आम लोगों से अलग होती है । विरोध करने की आदत के कारण ऐसे व्यक्तियों के जीवन में कई असंभव घटनाएं होती हैं । इन घरों धन संग्रह का कार्य नहीं हो पाता, पर इनकी कीर्ति दूर-दूर तक फैलती है ।

मूलांक 5 वाले घर में बुध का प्रभाव होने की वजह से वहां मैत्री भाव प्रबल रहता है । यहां रहने वाले लोगों का बौद्धिकता के प्रति अधिक झुकाव होता है । ऐसे घरों में तनाव व उत्तेजना भी बनी रहती है ।

मूलांक 6 वाले घरों में शुक्र ग्रह का प्रभाव होने की वजह से व्यक्तियों में आकर्षण शक्ति एवं घुल मिलकर रहने की प्रवृत्ति होती है । विभिन्न कलाओं में इनकी अभिरुचि होती है । ऐसे घर में हमेशा सजे हुए रहते हैं । यहां संगीत, साहित्य, ललित कला, चित्रकला यात्यदि का बोलबाला रहता है ।

मूलांक 7 चुकी केतु का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए इस मूलांक के घर में रहने वाले लोग कल्पनाशील होते हैं । आर्थिक रूप से भले ही यह ज्यादा सक्षम नहीं हो पाते, पर इन घरों में रहने वाले लोग यात्रा प्रेमी होते हैं । यहां दार्शनिक लोग भी होते हैं । धर्म के प्रति उनकी विचारधारा परिवर्तनशील होती है ।

मूलांक 8 के घरों में शनि ग्रह का प्रभाव होता है । इसलिए यहां रहने वाले लोग धीरे-धीरे उन्नति करते हैं । इनकी जीवन में कठिनाइयां और व्यवधान बारंबार आते हैं । ऐसे लोगों में दिखावे की प्रवृत्ति कम होती है, इसीलिए कई लोग इन्हे कठोर हृदय समझते हैं । पर आलसी प्रवृत्ति का होने की वजह से इन्हें असफलता भी मिलती है ।

मूलांक 9 वाले घरों में रहने वाले लोगों पर मंगल ग्रह का प्रभाव अधिक होता है । इसलिए यहां अनुशासन प्रिय लोग अधिक रहते हैं । घर हो या बाहर, ये लोग अक्सर क्रोधित हो जाते हैं । ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को हमेशा मुसीबत भी झेलनी पड़ती हैं, पर दृढ़ विचार के होने की वजह से यह सारी समस्याओं पर विजय पा लेते हैं ।

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