वैदिक काल से ही हिंदू धर्म में पर्यावरण को विशेष महत्व दिया गया है । हिंदू धर्म के शास्त्रों में जिनमें वेद, उपनिषदों व पुराणों के अलावा महाभारत व गीता आदि में प्रकृति व पर्यावरण के मुख्य घटकों, जिनमें वृक्ष व जानवर मुख्य हैं, की स्तुति की गई है । उपनिषदों व पुराणों में पर्यावरण को आधार बनाकर अनेक आदर्श कथाएं वर्णित है, जो पर्यावरण की रक्षा को प्रेरित करती हैं । इन शास्त्रों में न केवल वृक्ष, पशु-पक्षी बल्कि वायु, हवा, पृथ्वी, आकाश आदि को ईश्वरीय देन बताते हुए…
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जाने वृक्षों के शुभ-अशुभ प्रभाव व धार्मिक महत्व
वृक्षायुर्वेद में वृक्षों से होने वाले आध्यात्मिक लाभ का उल्लेख है । पीपल, बेल, देवदार, आंवला आदि जैसे कुछ वृक्ष शुभ माने जाते हैं, जबकि इमली और खजूर अशुभ बताए गए हैं । आयुर्वेद में वृक्षों की महिमा को एक अलग विषय के रूप में स्वीकार किया गया है । गीता में श्रीकृष्ण ने वृक्षों में अस्वस्थ को ही अपना स्वरूप बताया है । इसी तरह छठी सदी के आसपास संपादित हुए वामन पुराण में देवताओं से वृक्षों की उत्पत्ति का प्रसंग मिलता है । हमारे देश में वृक्षों से…
Read Moreघर को खुशहाल रखें हरे-भरे पौधे
घर या ऑफिस में पौधे लगाने से न सिर्फ हमारा स्वस्थ अच्छा रहता है, बल्कि हमारी कार्यप्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है । वास्तुशास्त्र में पौधों को भी विशेष स्थान दिया गया है, फिर चाहे ये पौधे घर में हो या बाहर । अगर आपका कमरा फूलों और पौधों से भरा है, तो वहां के वातावरण में नमी रहती है, साथ ही हवा से ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है । इसके अलावा घर में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य आदि पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है । विशेषकर…
Read Moreवृक्ष लगाएं पुण्य कमाए । वृक्षारोपण के लाभ
वृक्षारोपण के लाभ- शास्त्रों में वृक्षारोपण करना धर्म सम्मत माना गया है । आंवले, शमी, वट, पीपल आदि वृक्षों की तो विधिवत पूजा कर उन्हें सम्मान दिया जाता है । वृक्ष रोपण के लिए हस्त, पुष्य, अश्विनी, विशाखा, मूल, चित्रा, अनुराधा, शतभिषा नक्षत्र श्रेष्ठ माने जाते हैं । इसके अलावा वृक्षारोपण के दौरान शुभ तिथि एवं वार का भी ध्यान रखना लाभकारी होता है । वृक्षारोपण का मंत्र ॐ वसुधेति च शीतोति पुण्यदेति धरेति च नमस्ते सुभगे देवि द्रुमोडंय त्वयि रोपते ॥ वृक्षारोपण क्यों आवश्यक है- यदि पृथ्वी…
Read Moreपंख फड़फड़ाती कहाँ गई नन्हीं गौरैया
Where did the sparrows Bird go मुझे याद है कि सुबह सुबह उठकर जब नन्हीं गौरैया जिसे हम घरेलू चिड़िया के नाम से भी जानते है दाना खाने आती थी, तो मुझे बड़े आनंद की अनुभूति होती थी ऐसा लगता था कि कोई बच्चा मेरे सामने खेल रहा हो । हम लोग बचपन में सुबह उठकर सबसे पहले चिड़ियों को दाना और पानी देते थे इसके बाद ही दूसरा काम करते थे मेरे घर के आँगन में चिड़ियों के पांच से छह घोंसले हुआ करते थे हम लोग उन्हें डेली…
Read Moreपौधे लगाने का सम्बन्ध किसी उम्र से नहीं होता
Planting does not relate to any age मेरे प्यारे दोस्तों नमस्कार मै आज पौधे लगाने के महत्व के बारे मै आप सभी लोगो को बताऊंगा । और ये भी बताएगे की पौधे लगाने का सम्बन्ध किसी उम्र से नहीं होता । हम सभी कही न कही जनजीवन और वातावरण के सम्पर्क मै रहते है । तो हमारा यह कर्तव्य भी बनता है की हम अपनी इस वातावरण जैसी अनमोल धरोहर के प्रति सजग रहे । और ऐसा कुछ न कुछ वातावरण को शुद्ध रखने के लिए करते रहे जिससे…
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