अक्षत, कुमकुम, केसर पूजा के तीन जेवर यदि पूजा में अक्षत, कुंकुम और केसर का प्रयोग किया जाए तो घर में लक्ष्मी का निवास रहता है । लेकिन ध्यान रहे कि अक्षत के चावल साबुत हों । किसी भी पूजा या शुभ कार्य के दौरान जिन मुख्य सामग्री से देवी-देवताओं और यजमान को तिलक किया जाता है, उनमे प्रमुख है अक्षत यानि साबुत चावल, कुमकुम, केसर । इसके साथ आप चंदन भी उपयोग कर सकते हैं । इनकी महिमा और महत्व अलग-अलग हैं, जैसे- चन्दन च अक्षतस्य महापुण्यं पवित्रं पाप…
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टोटके की शक्ति मिले रोग दोष से मुक्ति
टोटके की शक्ति मिले रोग दोष से मुक्ति घर में किसी तरह के क्लेश रहते हो या किसी बीमारी से परेशान हैं, तो इसके लिए तंत्र शास्त्र में कई छोटे-छोटे उपाय बताए गए हैं। यह सरल होने के साथ-साथ कारगर भी हैं। दैनिक जीवन में जो भी परेशानी हो, उसके के निवारण हेतु तंत्र शास्त्र में कई कारगर उपाय बताए गए हैं। इनके बारे में आप भी जाने: हृदय संबंधी बीमारी से निजात के लिए उपाय -हृदय संबंधी कोई विकार हो, तो एक मुखी या 16 मुखी रुद्राक्ष धारण करें।…
Read Moreजानें, कौन-सा रुद्राक्ष धारण करें व उनके लाभ
रुद्राक्ष करें रौद्र समस्याओं का नाश रुद्राक्ष का एक दाना भी दिल को छू ले, तो समझिए कि पूरी माला जैसा असर करेगा। रुद्राक्ष शरीर की गर्मी को खींच लेता है। कुछ विद्वान मानते हैं कि रुद्राक्ष 21 मुखी तक होता है, लेकिन आमतौर पर चौदह मुखी का ही वर्णन मिलता है। इन्हें पहनने से अलग-अलग फायदे होते हैं। रुद्राक्ष का हमारे जीवन में अपना एक अलग ही महत्व है। कभी इसकी माला मंत्र जप में कई गुना फल प्रदान करती है, तो कभी यह हमें किसी बीमारी से मुक्ति…
Read MoreGopashtami Puja (गाय पूजन): गाय की पूजा करने से मिलता है अपार पुण्य
गौ पूजन से मिले अथाह पुण्य हिंदू शास्त्रों में गौमाता को परम पूजनीय कहा गया है। दरअसल उनके पूरे शरीर में समस्त देवताओं, गंधर्वों, ऋषि-मुनियों आदि का निवास होता है। इसलिए इनकी पूजा से पुण्य मिलता है। गोपाष्टमी पूजा या गोपाष्टमी व्रत कार्तिक शुक्ल अष्टमी को मनाया जाता है। गोपाष्टमी का पर्व पूरी तरह से भगवान श्री कृष्ण और उनकी प्रिय गायों को समर्पित है। पुराणों के अनुसार गोपाष्टमी के दिन ही भगवान श्री कृष्ण और उनके बड़े भाई बलराम ग्वाले बने थे। इसलिए उनके साथ-साथ गायों की महत्ता बढ़…
Read Moreपूजा पाठ के दौरान हवन करने के लाभ व सुख शांति प्राप्त करने के अनेक प्रयोग
आइए जानते हैं, पूजा पाठ के दौरान हवन करने के लाभ व हवन से सुख शांति प्राप्त करने के अनेक प्रयोग घरों में आम दिनों में पूजा पाठ के दौरान हवन किया जाता है। पर यदि हवन में खास वस्तुओं का प्रयोग किया जाए, तो उद्देश्य निश्चित ही सफल होता है। प्राचीन धर्म ग्रंथों में हवन यानी यज्ञ की महिमा बताई गई है। इनमें कहा गया है कि हवन के द्वारा मनुष्य अपने समस्त कष्टों तथा आपदाओं से छुटकारा पाकर सुख – शांति प्राप्त कर सकता है। वैदिक ग्रंथों में…
Read Moreशनि देव की महिमा निराली
शनि देव की महिमा निराली सभी ग्रहों में शनि का स्वरूप सबसे भयंकर है और इनका प्रभाव भी अधिक है। कई लोग इन्हें नकारात्मक दृष्टि से ही देखते हैं, लेकिन सच तो यह है कि केवल मनुष्य ही नहीं, बल्कि देवताओं को भी शनि के गुस्से का शिकार होना पड़ा है। जब रावण पर शनि का कोप आया, तो उसकी सोने की लंका ध्वस्त हो गई। इसी तरह पुराणों में ऐसा कहा गया है कि शनि देवता की वजह से ही राज सिंहासन पर बैठने की जगह भगवान राम को…
Read Moreलाफिंग बुद्धा जो लाएंगे आपके घर में सुख-समृद्धि
लाफिंग बुद्धा से मिलेगी सफलता फेंगसुई के अनुसार लाफिंग बुद्धा के तीनों रूपों को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा घर में आती है और प्रसन्नता एवं उत्साह का वातावरण बनता है। आधुनिक युग में इसे समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। फेंगशुई में तीन चीनी देवताओं की मूर्तियां रखना मंगलकारी कहा गया है। इन चीनी देवताओं के नाम है फुक, लुक, साउ। फुक को सुख समृद्धि, लुक को सफलता एवं प्रगति तथा साउ को दीर्घायु का प्रतिनिधि देवता माना जाता है। फुक, लुक और साउ की मूर्तियों को…
Read Moreसरस्वती मंत्र से बढ़ेगी एकाग्रता व स्मरण शक्ति
पढ़ाई में एकाग्रता के लिए सरस्वती मंत्र व आराधना मां सरस्वती को प्रसन्न करने और कृपा पाने का दिन है सरस्वती जयंती (बसंत पंचमी) । यह दिन उनकी सम्पूर्ण आराधना करने का होता है। विशेषकर उन लोगों के लिए यह दिन लाभकारी होता है, जिन्हें वीणापाणि की विशेष कृपा चाहिए। यदि मंत्रों के साथ-साथ सरस्वती यंत्र की पूरे विधि विधान से पूजा की जाए, तो निश्चित रूप से भक्तों की कुशाग्रता बढ़ेगी और अध्ययन के प्रति उसकी एकाग्रता में बढ़ोतरी होगी। जिन लोगों की स्मरण शक्ति कमजोर हो या विद्यार्थियों…
Read Moreजानिए, मंदिर में घंटी बजाने के धार्मिक व वैज्ञानिक महत्व
मंदिर में घंटी जरूर बजाएं प्रतिदिन पूजा पाठ के साथ-साथ कुछ कार्य करने से न सिर्फ पूजा का सुफल मिलता है, बल्कि उसके वैज्ञानिक प्रभाव का भी सकारात्मक असर होता है । इसलिए कई बार तिलक लगाने, मंदिर में घंटी बजाने, शंख बजाने आदि कार्य को करने का विधान आज भी बना हुआ है। जिनके वैज्ञानिक और धार्मिक दोनों फायदे हैं। मंदिर में घंटी बजाने का धार्मिक महत्व शास्त्रों में कहा गया है कि जिस मंदिर में घंटी बजाने की आवाज नियमित आती है, उसे जागृत देव मंदिर कहते हैं।…
Read Moreभाग्य वृद्धि व सोई किस्मत को जगाने वाली उपयोगी वस्तुएं
रिद्धि सिद्धि देने वाली उपयोगी वस्तुएं विचित्र किंतु सत्य पारद शिवलिंग सैकड़ों अश्वमेघ यज्ञों, करोड़ों गऊओं के दान, हजारों स्वर्ण मुद्राओं के दान तथा काशी प्रयाग आदि तीर्थों के स्नान करने से जो पुण्य मिलता है। वह फल मनुष्य को केवल पारद शिवलिंग के दर्शन मात्र से प्राप्त हो जाता है। इसके पूजन से तीनों लोकों में शिव जी के शिवलिंग पूजन का फल मिलता है इसके स्पर्श से ही शक्ति प्राप्त होती है। पारद शम्भुबीज है। इसलिए शास्त्र कारों ने इसे साक्षात शिव माना है। इसके पूजन से सभी…
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