धन के मामले में अधिकांश लोग भाग्य को प्रबल मानते हैं। हस्तरेखा शास्त्र या ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह काफी हद तक सही भी है। इस बारे में हस्तरेखा शास्त्र में काफी बातें बताई गई है।
1) यदि भाग्य रेखा एक से अधिक हो और जीवन रेखा गोल हो, तो व्यक्ति को संपत्ति में निवेश करना चाहिए। इससे निवेश का तुरंत परिणाम मिलता है।
2) अंगुलियां लंबी हों, तो हृदय व मस्तिष्क रेखा एक हो, जीवन रेखा गोल हो और भाग्य रेखा मस्तिष्क रेखा पर रुकी हो, तो संपत्ति में सोच-समझकर निवेश करना चाहिए, अन्यथा हानि हो सकती है। हानि का कारण संपत्ति का किसी वजह से जप्त हो जाना या संपत्ति पर किसी का नाजायज कब्जा होना भी हो सकता है।
3) यदि किसी व्यक्ति की जीवन रेखा गोल हो और उसकी संख्या 1 से अधिक हो, भाग्य रेखा साफ-सुथरी हो, शनि पर्वत व गुरु पर्वत स्पष्ट रूप से उठे हुए हों, तो संपत्ति में निवेश करना चाहिए।
4) यदि जीवन रेखा खंडित और टेढ़ी-मेढ़ी या मोटी पतली हो, तो संपत्ति में सोच-समझकर निवेश करना चाहिए, अन्यथा हानि हो सकती है।
5) यदि भाग्य रेखा गुरु पर्वत से ही खंडित हो व उस पर त्रिकोण बनते हो, तो संपत्ति में निवेश की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही यदि शनि, गुरु और मंगल प्रबल हो, तो निवेश करना चाहिए।