रोजमर्रा के जीवन में हमारे आचार विचार में कई ऐसी बातें होती हैं, जो घर में दुख और दरिद्रता का अंधकार लाती है । अगर अपने आचरण में शास्त्र सम्मत नियमों का विचार कर लें, तो जीवन में खुशियां छा जाएंगी
जीवन को संतुलित रखने हेतु शास्त्रों में कई गूढ़ बातें बताई गई है । ये सिर्फ धार्मिक य काल्पनिक बातें नहीं है, अगर आप इसे अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में उतारते हैं, तो आपका जीवन एकदम सरल हो जाएगा । यहां कुछ ऐसी ही बातों की चर्चा करेंगे, जो शास्त्र सम्मत हैं:
भोजन के नियम
* श्रीमद्भागवत में कहा गया है कि अति कड़वे, अति खट्टे, नमकीन, गरम, तीखे और रुखा भोजन दुख, शोक व रोग का कारण होता है । इसलिए ऐसे भोज्य पदार्थों का हमेशा त्याग करना चाहिए ।
* किसी भी मास के प्रतिपदा तिथि को कद्दू, द्वितीय को बैंगन, तृतीया को परवल, चतुर्थी को मूली, पंचमी को बिल्व, षष्ठी को नीम, सप्तमी को ताड, अष्टमी को नारियल, नवमी को लौकी, दशमी को कलंबी, एकादशी को सेमी की फली, द्वादशी को पोय, त्रयोदशी को बैंगन नहीं खाना चाहिए ।
सोने के नियम
* पूर्व की ओर सिर करके सोने से विद्या प्राप्त होती है और दक्षिण की ओर सिर करके सोने से धन और आयु की प्राप्ति होती है । पश्चिम की ओर सिर करके सोने से अति चिंता की संभावना रहती है, जबकि उत्तर की ओर सिर करके सोने से हानि होती है ।
शरीर में तेल लगाने के दिन
* रविवार को तेल लगाने से क्लेश, सोमवार को कांति, मंगल को व्याधि, बुधवार को सौभाग्य, गुरुवार को निर्धनता, शुक्रवार को हानि और शनिवार को समृद्धि की प्राप्ति होती है । परंतु जो मनुष्य प्रतिदिन तेल लगाता हो, उसके लिए कोई दिन दूषित नहीं है ।
पाप मुक्ति उपाय
* जो मनुष्य प्रतिदिन प्रातः काल में उठकर गाय का घी, दही, रुई अथवा सरसों का स्पर्श करता हो वह पापों से मुक्त हो जाता है ।
* घी को कभी झूठे हाथ नहीं छूना चाहिए । इससे धन का अपव्यय होता है ।
* जो मनुष्य गायों की सेवा करता है, उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है ।
संतान चाहिए तो करें गौ सेवा
* संतान सुख, विद्या आदि की प्राप्ति के लिए गौ सेवा करें ।
समृद्धि के लिए
* अपनी कुल आय का दसवां भाग भगवान की प्रसन्नता के लिए किसी सत्कर्म में लगाएं । इससे भगवान के आशीर्वाद स्वरुप घर में समृद्धि आती है ।
* दूसरे का वस्त्र, दूसरे का धन, दूसरे की स्त्री आप के घर के ऐश्वर्य को नष्ट कर देते हैं । अतः इनसे बचें ।
दीर्घायु के लिए
* दीर्घायु की इच्छा रखने वाले मनुष्य को अपवित्र वस्तुओं, जैसे- गली-सड़ी रस्सी, कोयला, राख, कांटे, हड्डी, भूसी, भीगी जमीन पर खड़ा होना या बैठना नहीं चाहिए ।
यात्रा सफल बनाने का उपाय
* जब भी घर के बाहर जाएं, मांगलिक वस्तुओं का स्पर्श करें और सबसे पहले दाएं पैर घर से बाहर रखें । इससे यात्रा सफल होती है । जिस कार्य के लिए जा रहे होते हैं, उसके पूर्ण होने में कोई संशय नहीं रहता ।
जीवन में सकारात्मकता लेन का उपाय
* संभव हो, तो दूर्वा, गाय, बैल, बछड़ा, कलश, जल पूर्ण घी, दही, स्वर्ण, स्वास्तिक, मिट्टी, पीपल वृक्ष, मधु और अक्षत का रोजाना स्पर्श व धरती का चरण वंदन करें । इससे जीवन में सकारात्मकता आती है ।
बाधाओं से मुक्ति प्राप्त करने का उपाय
* पूज्य व अपने से बड़े व्यक्तियों का अभिवादन करें । फिर अपनी जाति-धर्म का पालन करें । हमेशा प्रसन्न रहेंगे और बड़ों के आशीर्वाद से बाधाओं से मुक्ति प्राप्त करने की शक्ति भी मिलेगी ।
* दीपक, शिवलिंग, शालिग्राम, शंख, मोती, देव प्रतिमा, यंत्र, चंदन, कपूर, पुष्प, तुलसी, स्वर्ण, जपमाला, पुष्प माला, हीरा, माणिक्य, यज्ञोपवीत आदि वस्तुओं को कभी भी भूमि पर नहीं रखना चाहिए । इससे दोष लगता है ।
इन सब यथोक्त बातों को ध्यान में रखकर अपने जीवन को समृद्ध बना सकते हैं ।