कृष्ण मंत्र से आपका सफर रहे सुरक्षित

कृष्ण मंत्र से आपका सफर रहे सुरक्षित

बहुत मुश्किल हो जाता है, घर से बाहर कहीं सफर पर निकलना । कहां, कब क्या घट जाए कहा नहीं जा सकता । सड़कों पर अनियंत्रित वाहन भी दौड़ते हुए दिखते हैं । आए दिन सड़कों पर ऐसे हादसे हो जाते हैं, जिनसे मन डर जाता है । पर घर से तो बाहर निकलना ही है । फिर क्या करें ? इसके लिए एक उपाय, जिसे आप हमेशा आजमाएं ।

वर्तमान जीवन शैली ऐसी है कि हर व्यक्ति भागम भाग में लगा है । या कहिए कि सफर में ही रहता है । जिंदगी बस चलती ही रहती है । अभी यहां, थोड़ी देर में कहां । सफर चलता ही रहता है । सफर के लिए हाथी घोड़े का जमाना तो कब का चला गया । अब तो धीमे वाहनों को भी की भी पूछ नहीं । हर कोई रफ्तार से अपने वाहन को भगाना चाहता है । दिन ब दिन तेज गति के वाहनों की बाढ़ आ गई है । वाहन निर्माण कंपनियां बड़े फ्रक से बताती हैं कि उनके वाहन की रफ्तार इतने मील प्रति घंटा है । लेकिन जैसे वाहनों की रफ्तार बढ़ती है, वैसे ही सड़क दुर्घटनाओं की संख्या भी तेजी से बढ़ी है । आए दिन कहीं ना कहीं इस तरह का कोई सड़क हादसा हो जाता है ।

इसके अलावा और भी कई परेशानियां सफर के दौरान देखने को मिलती हैं । डाकू-लुटेरे कहां आपको घेर दें, कहा नहीं जा सकता । आपकी गाड़ी कब खराब हो जाए, यह भी कहा नहीं जा सकता । लेकिन इस डर से क्या आप घर से बाहर निकलना ही छोड़ देंगे? काम पर तो जाना ही है । यदि आप अपने सफ़र को पूरी तरह सुरक्षित रखने का पूरा उपाय करते हैं और फिर भी आप दुर्घटना या दूसरी आशंकाओं से ग्रसित हैं तो इस स्थिति में आप के लिए यह कृष्ण मंत्र सहायक सिद्ध होगा ।

यात्रा आसान बनाने के लिए मंत्र

कृष्ण मंत्र:-

 
‘श्री कृष्णं शरणम् गच्छामि’

वैसे तो ज्यादातर लोग ऐसे ही मिलते हैं जो कष्ट के समय ही ईश्वर को याद करते हैं । शायद इसी बात से प्रेरित होकर विद्वान जनों ने कहा है

‘दुख में सुमिरन सब करे, सुख में करे न कोय, जो सुख में सुमिरन करे, दु:ख काहे को होय’

इसलिए अच्छा यही है कि भविष्य की किसी दुर्घटना की आशंका से बचने के लिए उक्त मंत्र का जप करें ।
स्नान आदि करने के बाद इस मंत्र का 10 माला जप करें । ऐसा करने से आप निश्चित ही भविष्य में मार्ग में होने वाली किसी अनहोनी को टाल सकेंगे । यह भी हो सकता है कि दुर्घटना से आपका नुकसान कुछ हद तक कम हो जाए । अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो जैसी स्थिति में भी हो, यदि कष्ट का अनुभव कर रहे हों तो उक्त मंत्र का श्रद्धा के साथ जप करना प्रारंभ कर दें । निश्चय ही परमात्मा अपने भक्तों के कष्ट निवारण के लिए दौड़े चले आएंगे । यह निश्चय ही बड़ा कामयाब मंत्र है । परमात्मा अपनी शरण में आए व्यक्ति का कष्ट निवारण करता है । श्रद्धा के साथ प्रभु का स्मरण इस मंत्र के साथ करते हैं तो आपकी यात्रा सुखद होगी ।

स्तोत्र तंत्र दर्शन से

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