परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए करें ये उपाय

पढ़ाई में जुट जाएं, वास्तु से मदद पाएं

बच्चों की परीक्षाएं शुरू होने वाली है । ऐसे में पढ़ाई करना बहुत जरूरी है, साथ ही आवश्यक है वातावरण को अनुकूल बनाने का प्रयास करना । विशेषकर इन दिनों बच्चों को अध्ययनरत रखने के लिए आप घर में कुछ वास्तु सम्मत उपाय कर सकते हैं, ताकि बच्चों के प्राप्तांक बढ़िया हों

परीक्षा के दिन करीब है । ऐसे में परीक्षा फोबिया या किसी और वजह से बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है । पर यदि उचित समय में आप सकारात्मक कदम उठा लें, तो न सिर्फ बच्चे जी-जान से पढ़ाई करेंगे, बल्कि उनके अंक भी पहले से बेहतर हो सकते हैं । देखिए कुछ उपाय :

* बच्चों का पढ़ाई का कमरा या पढ़ने का स्थान हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए, जबकि पढ़ते समय उनका मुख पूर्व दिशा में रखें ।

* यदि पढ़ाई टेबल पर कर रहे हों तो वहां एजुकेशन टावर जरूर रखें । इससे उन्हें एक एकाग्रचित होकर पढ़ने की प्रेरणा मिलेगी ।

* यदि आप स्फटिक का पिरामिड पढ़ाई के कमरे में रखे, तो वह पूरी लगन से पढ़ाई करेंगे ।

* अगर किसी कारणवश बच्चे का मन पढ़ाई से उचट रहा हो या वह ध्यान नहीं दे पा रहा हो, तो किसी विशेषज्ञ से पूछकर उन्हें स्फटिक की माला पहनाए । इससे उनका मस्तिष्क शांत होगा और वह अच्छी तरह पढ़ाई कर सकेंगे ।

* ऐं सरस्वत्यै नमः मंत्र का नियमित जाप करने से उनका मस्तिष्क तेज होता है और वह पढ़ाई के प्रति उत्साहित होते हैं ।

* अगर बच्चों के लिए परीक्षा में अच्छे प्राप्त चाहिए, तो उन्हें पंचमेश का नग बनाएं ।

* बच्चों के कमरे में रंग पर भी ध्यान देना चाहिए । यानी उनका कमरा हल्के रंग जैसे हल्का पीला या हरे से रंगवाना चाहिए ।

* पढ़ने की टेबल पर स्फटिक का श्री यंत्र स्थापित करने से भी बच्चों का मन अध्ययन की ओर एकाग्रचित होता है ।

* ऐसा कहा जाता है कि पढ़ने वाले बच्चों को खानपान में हरी सब्जियों का इस्तेमाल करना चाहिए । दरअसल ये बुध की कारक होती है ।

* प्रतिदिन तुलसी के पांच पत्ते ग्रहण करने से भी बच्चों को पढ़ाई में लाभ होता है ।

* नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप करने से भी उनकी देर तक पढ़ाई करने की क्षमता में वृद्धि होती है ।

* अध्ययनरत बच्चों की मेज के सामने सरस्वती मंत्र सफेद कागज पर लाल कलम से लिख कर लगा दे, जिससे बच्चों की मानसिक कुशाग्रता बड़े ।

* अगर आपका बच्चा स्कूल के कार्यक्रम या अन्य एक्टिविटीज में भाग न लेता हों या उनसे घबराता हों तो उसके कमरे में भागते हुए घोड़ों या कार रेसिंग की तस्वीर लगाएं । इससे उसे एक्टिव होने में मदद मिलती है ।

* यदि संभव हो, तो बच्चे हर सुबह केसर का सेवन करें, इससे वह पढ़ाई में तल्लीन होते हैं । इससे गुरु ग्रह भी मजबूत होता है ।

* बच्चों के पढ़ाई के कमरे में प्रातः सूर्य की किरणों के प्रवेश की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए । यह उन्हें मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ रखेगा ।

* यह तय करें कि स्टडी रूम घर की पश्चिमी कोने में हो, ताकि बुध, गुरु, शुक्र और चंद्र की शुभता मिले । बुध से बौद्धिकता बढ़ती है और गुरु से जिज्ञासा में बढ़ोतरी होती है ।

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