जानें, बुध ग्रह को शांत करने के उपाय

बुध ग्रह को शांत करने के उपाय

बुध ग्रह बौद्धिकता का सूचक है। यदि बुध ग्रह को शांत या प्रसन्न करना हो, तो पीतल या चांदी की अंगूठी धारण करना चाहिए।

बुद्धि के प्रतीक बुध को चंद्रमा का पुत्र कहा जाता है। पुराणों में भी बुध को चंद्रमा की पत्नी रोहिणी का पुत्र माना गया है। प्रजापति दक्ष की जिन 27 कन्याओं का विवाह चंद्र के साथ हुआ था, रोहिणी उन्हीं में से एक है, ये कन्याएं आज भी 27 नक्षत्रों के रूप में जानी जाती है। ग्रहों में सबसे छोटे ग्रह बुध को बृहस्पति का दूत भी बताया गया है। इसकी गति शुक्र के समान है।

मुख्यतः बुध ग्रह व्यवसाय का प्रतिनिधि माना जाता है और इसे बुद्धि-विवेक और वाणिज्य का नियामक कहा गया है। यदि आपकी कुंडली में यह ग्रह अकेला एवं शुभ तथा उपग्रह से युक्त हो, तो अशुभ कहा जाता है। बात करें राशियों की, तो यह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है। जबकि सूर्य, शुक्र, राहु और केतु इसके अच्छे मित्र माने जाते हैं। चंद्रमा को यह अपना शत्रु मानता है। इसी तरह मंगल और बृहस्पति के साथ इसके समान भाव है। यानी यह उनका ना तो शत्रु है ना ही मित्र। मनुष्य के कंधे से गर्दन तक इसका नियंत्रण रहता है। यह उत्तर दिशा का स्वामी, नपुंसक तथा त्रिदोषकारी है। इसके प्रभाव वाले व्यक्ति बहुभाषी स्पष्ट वादी होते हैं। अगर बुध ग्रह बलवान या उच्च का हो, तो ऐसे जातक को पुत्र की कीर्ति से सम्मान मिलता है। यदि बुध ग्रह आपके अनुकूल ना हो तो जातक को यह उपाय लाभ दे सकते हैं।

जानें, बुध ग्रह को अनुकूल बनाने के उपाय

1- चांदी के ताबीज में विधारा की जड़ रखकर हरे रंग के सूती धागे में बुधवार के दिन धारण करने से बुध ग्रह का सकारात्मक असर होता है।

2- चांदी या पीतल की अंगूठी घी, सफेद चंदन, शहद और गाय के दूध में डुबोकर कनिष्ठिका उंगली में बुधवार को प्रातः काल धारण करें।

3- बुधवार को खाली बर्तन या घड़े को पानी में बहाना शुभ होता है।

4- लोहे का छल्ला पहनने से भी बुध ग्रह का अनिष्टकारी प्रभाव दूर होता है।

5- यदि जातक को बुध से ज्यादा अनिष्ट परिणाम मिल रहा है, तो कौड़ियों को जलाकर उसकी राख उसी दिन नदी या बहते जल के स्रोत में बहा दें या फिर तांबे के ऐसे में सुराख़ करके नदी में डाल दें। ग्रह शांत हो जाएगा।

6- बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए साबुत मूंग दान कर सकते हैं। इसके अलावा आप चाहे तो बकरी भी दान कर सकते हैं।

7- बुध की इष्ट देवी दुर्गा है। यदि जातक दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ करे या दुर्गा पूजन करे तो उसकी हर बाधाएं दूर हो जाती हैं।

बुध पूजन का मंत्र: ओम बुद्धाय नमः

अनुकूल रत्न: पन्ना।

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