अद्वैत के संस्थापक आदि गुरु शंकराचार्य वैदिक धर्म तथा संस्कृति के उद्धारक आदि शंकराचार्य ने उपनिषद, ब्रह्मसूत्र तथा गीता पर भाष्य लिखकर सम्पूर्ण जनमानस को धर्म का यथार्थ रूप समझाया है । ज्ञान के साथ भक्ति का आविष्कार भी हम उनके जीवन में देख सकते है । उनकी दिव्य वाणी आज भी सभी को नई शक्ति तथा प्रेरणा देती है । उनका जन्म वैशाख शुक्ल पंचमी को अद्रा नक्षत्र में दक्षिण भारत के केरल राज्य के कालड़ी नामक ग्राम में ७८८ ईस्वी में ब्राह्मण दंपत्ति विशिष्टा और विश्वगुरु के घर…
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