भगवान की कृपा ही तो है । आध्यात्मिक कहानी । Spiritual Stories in Hindi एक राजा था। उसका मंत्री भगवान का भक्त था। कोई भी बात होती तो वह यही कहता कि भगवान की बड़ी कृपा हो गई। एक दिन राजा के बेटे की मृत्यु हो गई। मृत्यु का समाचार सुनते ही मंत्री बोल उठा- “भगवान की बड़ी कृपा हो गई।” यह बात राजा को बहुत बुरी लगी, पर वह चुप रहा। कुछ दिनों बाद राजा की पत्नी की भी मृत्यु हो गई। मंत्री ने कहा- “भगवान की बड़ी कृपा…
Read MoreTag: आध्यात्मिक कहानियां
आध्यात्मिक कहानी । मैं हर जगह मौजूद हूं
एक दिन भगवान श्री कृष्ण,अपनी बहन द्रोपदी के साथ शाम की सैर कर रहे थे। द्रोपदी जी भगवान श्रीकृष्ण से बोली, ‘भैया, मैंने तो सुना है कि आप हर जगह मौजूद रहते हैं। पर उस समय आप कहां थे, जब दु:शासन मेरा चीर हरण कर रहा था?’ श्री कृष्ण पहले मुस्कराए और फिर बोले,’बहन, जब दु:शासन तुम्हारा चीर हरण कर रहा था, तब तुम अपनी साड़ी को दोनों हाथों से पकड़कर बचने का प्रयास कर रही थी। थोड़ी देर की जद्दोजहद के बाद जब तुम्हारा जोर नहीं चला, तो तुमने…
Read MoreSpiritual Stories in hindi, आध्यात्मिक लघु कहानियां
आध्यात्मिक लघु कहानी:- वह मजबूत बना है, यही विधान है एक बार भगवान शंकर व माता पार्वती टहल रहे थे । पार्वती ने अपनी शंका समाधान के लिए पूछा, ‘प्रभु क्या कारण है कि आप बने हुए को बनाते हैं और बिगड़े हुए को बिगड़ते हैं? जो पहले से ही धनवान है और उसे और अधिक धनवान बनाते हैं ।’ शंकर जी ने कहा यह बात आपको समझ में नहीं आएगी।’ पार्वती जी ने कहा, ‘भला ऐसी कौन सी बात है, जो मेरे समझ में नहीं आएगी । आप बताइए…
Read Moreआध्यात्मिक कहानी-अगर वह भिखारिन ना आती तो
आध्यात्मिक कहानी: हमारे मोहल्ले में एक भिखारिन रोज सुबह-सुबह आती है और हर घर के दरवाजे पर जाकर आवाज लगाती है। उसे मोहल्ले के हर घर से कुछ ना कुछ मिल जाता है। एक बार की बात है, हमारे पड़ोस के एक घर में भीषण चोरी हो गई। रात से ही पुलिस अपनी छानबीन कर रही थी। हर दिन की भांति वह आई और भीख मांगने लगी। लेकिन पुलिस की गाड़ी और पुलिस वालों को देख कर ठिठक गई। मैं भी अपने परिवार के साथ बाहर खड़ा था। उसने अचरज…
Read Moreआध्यात्मिक कहानी । गुरु नानक और सच्ची सेवा
एक बार गुरु नानक देव जी यात्रा पर निकले। इस दौरान वह एक गांव में पहुंचे। उनके साथ उनके चार प्रिय शिष्य भी थे। जब नानक जी गांव में पहुंचे, तो उनका खूब स्वागत हुआ। उसी गांव में एक गरीब महिला रहती थी। उसने नानक को शिष्यों सहित अपने घर आने का निमंत्रण दिया। नानक जी तुरंत उस महिला के घर पहुंचे। नानक को अपने घर देखकर महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने बड़े प्यार से उनके लिए शर्बत बनाया। पर उसके घर छन्नी नहीं थी। इसलिए उसने…
Read Moreआध्यात्मिक कहानी । और देवी पार्वती चुप हो गईं
एक बार शंकर जी और माता पार्वती स्वर्ग की सैर पर निकले । पार्वती जी ने दूर एक आदमी को भूख से तड़पते देखा । उसे तड़पते हुए देखकर भी भगवान शंकर आगे बढ़ गए । पार्वती जी से रहा नहीं गया । उन्होंने इस पर प्रश्न किया कि आखिर क्यों भगवान शंकर ने उस आदमी के प्रति दया नहीं दिखाई जबकि उन्हें तो करुणा का सागर कहा जाता है । शंकर भगवान बोले, ‘तुम जानती नहीं हो, देवी । मनुष्य की आदत है अपने मन के बहकावे में आ…
Read Moreआध्यात्मिक कहानी । गौ महिमा और संत का मूल्य
एक दिन च्यवन ऋषि संगम में खड़े होकर तपस्या कर रहे थे । एक बार मछुआरों ने संगम में बहुत बड़ा जाल लगाया । जब उन्होंने जाल को बाहर खींचा, तो उसमें कई जलीय जंतुओं के साथ ऋषि को भी देखा । जब मछुआरों ने ऋषि को देखा, तो हाथ जोड़कर उनसे माफी मांगने लगे । पर ऋषि ने कहा कि इन जीवो को छोड़ दो, तभी मैं भी जीवित रह पाऊंगा । यह बात राजा नहुष तक पहुंची । राजा ऋषि के प्रताप से परिचित थे । वह दौड़े-दौड़े…
Read Moreआध्यात्मिक कहानी । चरण चिन्ह
वह व्यक्ति पेशे से ज्योतिषी था यही कारण था कि गीली रेत पर बने हुए चरण-चिन्हों को देखकर वह पहचान गया कि यह रेखाएं किसी सम्राट की ही हो सकती हैं । यही नहीं कुछ पैसे की कमाई की लालसा से वह लोगों को इस बारे में बताने भी लगा । लेकिन यह सोचकर उसके दिमाग में सवाल कौंधा कि भला सम्राट इस भरी दोपहरी में नदी के पास क्या करने आएंगे? इसी उधेड़बुन में डूबे ज्योतिषी महोदय चरण-चिन्हों का पीछा करते हुए एक झोपड़ी के पास पहुंचे, जहां आकर…
Read Moreआध्यात्मिक कहानी । दूसरों के लिए गड्ढा खोदोगे, तो खुद गिरोगे
एक भक्त कई वर्षों से भगवान की नित्य प्रार्थना कर रहा था । एक दिन भगवान उसकी प्रार्थना से खुश हो गये, और उसे दर्शन दिए । वह भक्त से बोले, “मैं तुझ से प्रसन्न हूं, जो भी चाहे वरदान मांग लो । पर एक शर्त है कि तू जो मांगेगा, उससे ठीक दूना पड़ोसी को मिलेगा ।” अब भक्त सोच में पड़ गया । उसका वर मांगने का उत्साह ही फीका पड़ गया । वह तो सोच रहा था कि वर लेकर पड़ोसियों को पीछे कर दूंगा । यहां…
Read Moreआध्यात्मिक कहानी: भगवान का न्याय
एक भक्त रोज मंदिर जाता और भगवान से पूछता, ‘भगवान! आपने हमें गरीब और दुखी क्यों बनाया?’ हमें जवाब दो भगवान ! जब भक्त कोई जवाब नहीं पाता, तो वह भगवान को एक थप्पड़ मार कर घर चला आता । भक्त का यह क्रम कई वर्षों तक चलता रहा । एक रोज जैसे ही भक्त ने भगवान को थप्पड़ मारने के लिए हाथ उठाया, तो भगवान ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोले, ‘बस करो । बहुत मार लिया । मैं तुम्हारे धैर्य की परीक्षा ले रहा । आज तुम…
Read More