आध्यात्मिक कहानी । दूसरों के लिए गड्ढा खोदोगे, तो खुद गिरोगे

adhyatmi kahani

एक भक्त कई वर्षों से भगवान की नित्य प्रार्थना कर रहा था । एक दिन भगवान उसकी प्रार्थना से खुश हो गये, और उसे दर्शन दिए । वह भक्त से बोले, “मैं तुझ से प्रसन्न हूं, जो भी चाहे वरदान मांग लो । पर एक शर्त है कि तू जो मांगेगा, उससे ठीक दूना पड़ोसी को मिलेगा ।” अब भक्त सोच में पड़ गया । उसका वर मांगने का उत्साह ही फीका पड़ गया । वह तो सोच रहा था कि वर लेकर पड़ोसियों को पीछे कर दूंगा । यहां…

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आध्यात्मिक कहानी: भगवान का न्याय

एक भक्त रोज मंदिर जाता और भगवान से पूछता, ‘भगवान! आपने हमें गरीब और दुखी क्यों बनाया?’ हमें जवाब दो भगवान ! जब भक्त कोई जवाब नहीं पाता, तो वह भगवान को एक थप्पड़ मार कर घर चला आता । भक्त का यह क्रम कई वर्षों तक चलता रहा । एक रोज जैसे ही भक्त ने भगवान को थप्पड़ मारने के लिए हाथ उठाया, तो भगवान ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोले, ‘बस करो । बहुत मार लिया । मैं तुम्हारे धैर्य की परीक्षा ले रहा । आज तुम…

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आध्यात्मिक कहानी: सत्संग का असर

डाकुओं का एक सरदार था, जो अपने दल के लोगों को कहता था कि भाई जहां कथा-सत्संग होता हो वहां कभी मत जाना, नहीं तो तुम्हारा काम बंद हो जाएगा । कहीं जा रहे हो, बीच में कथा होती हो, तो अपना कान बंद कर लेना । एक दिन एक डाकू कहीं जा रहा था । रास्ते में एक जगह सत्संग हो रहा था । अपने सरदार के कहे अनुसार उसने कान को दवा लिया और आगे बढ़ गया । चलते हुए अचानक उसके पैर में एक कांटा चुभ गया…

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