वास्तु शास्त्र में आठों दिशाओं में ईशान कोण का विशेष महत्व है। प्राचीन वास्तु शास्त्रीयो ने ईशान दिशा वाले भूखंड की तुलना कुबेर के नगर अलकापुरी से की है क्योंकि यह दिशा सुख, शांति, वैभव, यश, कीर्ति मान सम्मान, बुद्धिमान संतति तथा समस्त शुभ फलों को प्रदान करने वाली मानी जाती है। आइए जानते हैं, ईशान कोण के कुछ प्रभाव – 1) यदि ईशान कोण आगे की ओर बढ़ रहा हो, तो परिवार में सुख शांति, धन संपदा बराबर बनी रहती है। 2) ईशान में जल स्थान, देवस्थान और अध्ययन…
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