कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी देवोत्थान, तुलसी विवाह और भीष्म पंचक एकादशी के रूप में मनाई जाती है। इन तीनों व्रतों की बड़ी महिमा है और कार्तिक माह में इन्हें करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं। हिंदुओं के सारे शुभ कार्य संसार के पालनहार भगवान विष्णु के जागृत अवस्था में ही होने का विधान है। शास्त्रों में वर्णित है कि आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की एकादशी देवशयनी एकादशी से भगवान विष्णु 4 मास तक पाताल लोक में शयन करते हैं और कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी…
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Tulsi Vivah: तुलसी विवाह से कटेंगे सारे पाप
जानें क्यों होती है तुलसी और शालीग्राम का विवाह तुलसी विवाह से कटेंगे सारे पाप हिंदू संस्कृति में जिस तरह एकादशी व्रत का महात्म्य है, ठीक उसी तरह शालिग्राम व तुलसी विवाह भी कार्तिक शुक्ल एकादशी को कराने की परंपरा है। इसके संबंध में स्वयं श्री हरि कहते हैं, “जो व्यक्ति इस दिन तुलसी विवाह करवाता है, वह समस्त पापों से मुक्त हो जाता है तथा उसे कन्यादान करने का सौभाग्य मिलता है।” तुलसी विवाह में गाजे-बाजे के साथ एक सुंदर मंडप के नीचे विवाह संपन्न किया जाता है और…
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