कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी देवोत्थान, तुलसी विवाह और भीष्म पंचक एकादशी के रूप में मनाई जाती है। इन तीनों व्रतों की बड़ी महिमा है और कार्तिक माह में इन्हें करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं। हिंदुओं के सारे शुभ कार्य संसार के पालनहार भगवान विष्णु के जागृत अवस्था में ही होने का विधान है। शास्त्रों में वर्णित है कि आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की एकादशी देवशयनी एकादशी से भगवान विष्णु 4 मास तक पाताल लोक में शयन करते हैं और कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी…
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