भगवान विश्वकर्मा को निर्माण एवं संरचना का स्वामी माना जाता है, उन्हें देव शिल्पी भी कहा जाता है । जीवन को सुखी बनाने वाले निर्माण सिद्धांतों का वास्तु शास्त्र उन्हीं की देन है सारा संसार चलाते हैं विश्वकर्मा देव लोक के शिल्पी विश्वकर्मा जी का प्रादुर्भाव प्राचीन काल से माना जा रहा है । जब नारायण की नाभि से ब्रह्माजी हुए और उन्हों ने सृष्टि की रचना की । तभी ब्रह्मा जी के पुत्र धर्म हुए और धर्म के सातवे पुत्र के पुत्र स्वयं विश्वकर्मा जी हुए । पुराणों में…
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