बुध ग्रह को बुद्धि, कला, स्नेह, विद्या व वाणी का प्रतीक माना गया है। इसके इष्ट देव स्वयं गणेश हैं, इसलिए गणेश की पूजा से बुध भी प्रसन्न रहता है बुध प्रधान जातक बुद्धिमान, उत्साहपूर्ण, कोमल, गणितज्ञ तथा उच्च चिकित्सक बनता है। बाल्यावस्था में अनेक व्यवधानों के बावजूद वह यौवनावस्था में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है। परंतु कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति प्रतिकूल हुई तो जातक शंकालु, आलसी, गलत व्यवसाय से धनोपार्जन करने वाला और स्वार्थी प्रवृत्ति का होता है। बुध ग्रह के शुभ व अशुभ प्रभाव…
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