आरती को देखने से भी मिलता है पुण्य आरती का अर्थ है देवता को मन से पुकारना । आरती देव को पाने के लिए की जाती है । वैसे भी देवता के प्रति प्रेम और भाव की जागृति शीघ्र होती है । आरती करने का ही नहीं, बल्कि देखने से भी बड़ा पुण्य मिलता है । आरती में पहले मूल मंत्र, जिस देवता का और जिस मंत्र से पूजन किया गया है, उसके जरिए तीन बार पुष्पांजलि दी जानी चाहिए । ढोल, नगाड़े घड़ियाल जैसे महा वाद्यों तथा जय जय…
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